टीम इंडिया के दो वरिष्ठ खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा बॉर्डर गावस्कर सीरीज हारने के बाद आलोचकों के निशाने पर हैं। दोनों बल्लेबाजों ने सीरीज में बुरा प्रदर्शन किया और टीम की सबसे कमजोर कड़ी के रूप में दिखें। कई क्रिकेट एक्स्पर्ट्स ने इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों को इस सीरीज के बाद घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी गई थी, ताकि वे अपनी फॉर्म में सुधार सकें।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खिलाड़ियों को हाल ही में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य कर दिया गया है अगर वे राष्ट्रीय टीम में नहीं हैं।
अब पूर्व वर्ल्ड कप विजेता युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कोहली और रोहित शर्मा को घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी है।
योगराज सिंह ने रोहित शर्मा और विराट कोहली को सलाह दी
योगराज सिंह ने नए नियम पर भी अपनी राय दी और कहा कि कोई भी खेल से बड़ा नहीं है। महान खिलाड़ियों सर विवियन रिचर्ड्स और सर डॉन ब्रैडमैन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वे भी खेल से बड़े नहीं हैं। वरिष्ठ खिलाड़ियों से उन्होंने आग्रह किया कि जब वे राष्ट्रीय टीम में नहीं हों तो घरेलू क्रिकेट में भाग लें।
योगराज ने कहा, “आप कभी भी खेल से बड़े नहीं बन सकते। न तो विव रिचर्ड्स और न ही डॉन ब्रैडमैन, वे कभी भी क्रिकेट से बड़े नहीं थे और न ही कोई बन सकता है। इसलिए आप जो करते हैं वह यह है कि आप दौरे से वापस आते हैं, आपको घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू करना चाहिए। जब टेस्ट खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, तो उनके साथ खेलने वाले बाकी युवाओं को बहुत आत्मविश्वास मिलता है।”
योगराज ने अपने बेटे युवराज सिंह का उदाहरण दिया और बताया कि वह घरेलू क्रिकेट खेलते थे जब भी टीम से बाहर होते थे।
नेट्स में कुछ नहीं होता, सब कुछ सेंटर में होता है: योगराज सिंह
”जब भी युवी (युवराज सिंह) वह भारतीय टीम में नहीं थे, तो वह जाकर रणजी ट्रॉफी खेलते थे। जब टीम कोई टूर्नामेंट नहीं खेल रही थी। इसलिए मुझे लगता है कि यह एक चीज है जो उन्हें आकर खेलनी चाहिए। खिलाड़ियों के लिए एक फिटनेस कैंप होना चाहिए। नेट्स में कुछ नहीं होता, सब कुछ मैच में होता है।”
इस बीच बीसीसीआई के नए नियमों का असर पहले से ही देखा जा रहा है क्योंकि रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत और रोहित शर्मा ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 के अगले दौर के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि की है। लेकिन विराट कोहली और केएल राहुल दोनों अपनी-अपनी चोटों के कारण इसमें शामिल नहीं होंगे।