3 मई को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में RCB के तेज गेंदबाज यश दयाल ने अंतिम ओवर में 15 रन बचाकर टीम को दो रन से रोमांचक जीत दिलाई। यश ने आखिरी ओवर में बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सधी हुई गेंदबाज़ी से सबका दिल जीत लिया। यश के पिता चंद्रपाल दयाल ने इस शानदार प्रदर्शन के बाद कहा कि विराट कोहली का उनके बेटे के आत्मविश्वास को दोबारा खड़ा करने में बहुत बड़ा हाथ रहा है।
यश दयाल ने पिछले साल की निराशा से वापसी की
आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह द्वारा लगातार पांच छक्के मारे जाने के बाद, यश दयाल को आलोचना झेलनी पड़ी थी। लेकिन RCB ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें अपनी टीम में लिया, और विराट कोहली ने इस मुश्किल समय में उन्हें मानसिक सहारा और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। “विराट ने उसे बहुत सहयोग दिया,” चंद्रपाल दयाल ने बताया। जब यश RCB में आया, तो विराट अक्सर उसे अपने कमरे में बुलाते थे या खुद उसके कमरे में चले जाते थे। “तू मेहनत करता रह, तूफान मचा दे,” उन्होंने कहा। तुम्हारे साथ मैं हूँ। चिन्ता मत करो। मेहनत करना जारी रखें। गलतियों से सीखना और आगे बढ़ना”
कोहली की सलाह और विश्वास से यश ने खुद पर भरोसा करना सीखा और अब एक बेखौफ गेंदबाज़ बन चुके हैं। पिछले सीजन में, यश ने चौबीस मैचों में पंद्रह विकेट झटके थे और RCB को प्लेऑफ में पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। यश ने इस बार भी CSK के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले में, अंतिम ओवर में मजबूत बल्लेबाजों के सामने गेंदबाज़ी करते हुए धैर्य और आत्मविश्वास दिखाते हुए टीम को जीत दिलाई।
यश दयाल के पिता चंद्रपाल दयाल ने कहा, “धैर्य ही उसकी जीत की कुंजी थी”
“क्रिकेट में जब तक आखिरी गेंद न फेंकी जाए, कुछ भी तय नहीं होता,” चंद्रपाल दयाल ने बेटे की प्रशंसा करते हुए कहा। यश अब पहले से अधिक परिपक्व है। फैंस और हमारे परिवार को शायद यकीन नहीं था कि वह ऐसा कर पाएगा, लेकिन मुझे भरोसा था। और उसने ऐसा किया। उसकी सबसे बड़ी ताकत इस मैच में शांत रहना थी।”
यश दयाल की यह वापसी सिर्फ उनके खेल कौशल का प्रमाण नहीं है; यह दिखाता है कि सही समय पर सही मार्गदर्शन और समर्थन मिलने पर एक युवा खिलाड़ी किसी भी कठिन परिस्थिति से उबर सकता है। विराट कोहली की सफलता से यह संबंध न सिर्फ खेल भावना का उदाहरण है, बल्कि प्रेरणा का स्रोत भी है।