भारतीय मेन्स क्रिकेट टीम ने पिछले दो दशकों में तीन उत्कृष्ट कप्तानों का नेतृत्व देखा है। तीन आईसीसी ट्रॉफी (टी-20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013) जिताकर, एमएस धोनी अब तक सबसे सफल कप्तान रहे हैं। वहीं विराट कोहली ने भारत को टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान दिलाया और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा। भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में लगातार दूसरी बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई।
कौन बेहतर टेस्ट कप्तान है?
नीचे दिए गए आंकड़ों से पता चलेगा कि एमएस धोनी, विराट कोहली या रोहित शर्मा में से कौन बेहतर टेस्ट कप्तान रहा है। दरअसल, विराट कोहली ने कप्तान के रूप में 68 मैच खेले हैं। टीम इंडिया ने इसमें 40 मैच जीते हैं। एमएस धोनी ने 60 मैचों में टीम की कप्तानी करते हुए 27 में जीत हासिल की है। रोहित शर्मा ने 24 मैचों में से 12 में जीत दिलाई है।
ऊपर दिए गए आंकड़ों से पता चलता है कि कोहली का रिकॉर्ड टेस्ट में एमएस धोनी और रोहित शर्मा दोनों से बेहतर है। कुल मिलाकर, धोनी ने भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाई, जो उन्हें सबसे अलग बनाती है। जबकि रोहित शर्मा ने एक आईसीसी ट्रॉफी जीती। भारत को विराट कोहली कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीता सके हैं।
विराट कोहली का टेस्ट करियर देखें
कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैच खेले हैं और 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए हैं। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल है। 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में डेब्यू किया और 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट शतक लगाया।
वह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट कप्तानों में से एक है। कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व किया, 40 जीते, 17 हारे और 11 ड्रॉ रहे। 2018-19 में भारत ने उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली सीरीज़ जीत दर्ज की, और उनकी कप्तानी में कई अन्य यादगार जीत दर्ज की, जिनमें 2021 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ जीत सबसे महत्वपूर्ण थी।