विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के लिए जाने जाते हैं। बल्लेबाजी में उनकी तकनीकी क्षमता, दृढ़ संकल्प और दबाव में प्रदर्शन करने की अद्भुत क्षमता का मिश्रण दिखता है। शानदार क्रिकेट करियर में, कोहली ने कई यादगार पारियां खेली हैं, जो भारत को जीत दिलाने के साथ-साथ क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों पर भी गहरी छाप छोड़ी हैं। यहां विराट कोहली की पांच सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों को देखते हैं:
विराट कोहली की टेस्ट में पांच सर्वश्रेष्ठ पारियां
1. 116 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड (2014)
विराट कोहली के नेतृत्व में भारत का पहला टेस्ट दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला गया था। भारत ने पहली पारी में 115 रन बनाने के बाद चौथी पारी में 364 रन बनाकर जीत हासिल की। कोहली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 175 गेंदों में 116 रन बनाए। उनकी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया गया था। दुर्भाग्य से, नाथन लियोन ने उन्हें आउट कर दिया, जिससे भारत 48 रनों से मैच हार गया। हालाँकि, इस पारी ने कोहली के साहस और कभी हार नहीं मानने वाले स्वभाव को दिखाया, और उन्हें एक साहसी कप्तान के रूप में स्थापित किया।
2. 141 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड (2014)
उसी एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में, कोहली ने लक्ष्य का पीछा करते हुए एक और बेहतरीन शतक जड़ा। वह पहली पारी में शतक लगाने के बाद दूसरी पारी में भी शतक लगाने वाले भारत के अकेले बल्लेबाज बने। उनकी पारी में 175 गेंदों पर 141 रन, 16 चौके और 1 छक्का शामिल थे। उन्होंने मुरली विजय के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी निभाई और भारत को जीत के करीब ले गए। भारत उनके आउट होने के बाद एक बार फिर मैच हार गया, लेकिन कोहली की इस पारी ने दिखाया कि वे हर समय रन बना सकते हैं।
3. 169 बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न (2014): कप्तानी पारी का उत्कृष्ट उदाहरण
2014 में विराट कोहली ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट में एक और शानदार पारी खेली। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 530 रन बनाए, जिसके जवाब में भारत को बड़ी साझेदारी की जरूरत थी। कोहली और अजिंक्य रहाणे ने चौथे विकेट के लिए 262 रनों की साझेदारी की। कोहली ने 272 गेंदों में 169 रन बनाए, 18 चौके लगाए। यह न केवल एक महत्वपूर्ण व्यक्तिगत पारी थी, बल्कि एक कप्तान के रूप में उन्होंने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। मैच ड्रॉ रहा था, लेकिन कोहली की यह पारी उनकी कप्तानी क्षमता का शानदार प्रदर्शन थी।
4. 200 बनाम वेस्टइंडीज, नॉर्थ साउंड (2016): पहला दोहरा शतक और दबदबे की शुरुआत
2016 में विराट कोहली ने पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज दौरे पर अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाया। नॉर्थ साउंड के एंटीगुआ में उन्होंने 283 गेंदों में 200 रन बनाए, 24 चौके लगाए। भारतीय टीम ने उनकी मैराथन पारी से पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाया। कोहली ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया और संयम और आक्रामकता का अद्भुत मिश्रण दिखाया। भारत ने मैच को आसानी से जीता, और कोहली का यह दोहरा शतक उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
5. 254 बनाम दक्षिण अफ्रीका, पुणे (2019)
विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी अक्टूबर 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुणे में खेली। उन्होंने 336 गेंदों का सामना करके 254 रन बनाए, 33 चौके और 2 छक्के जड़े। यह पारी उनकी धैर्य, एकाग्रता और रन बनाने की भूख का अद्भुत उदाहरण थी। उनकी लंबी साझेदारी में अजिंक्य रहाणे ने भारत को 601 रनों का विशाल स्कोर दिलाया। भारत ने मैच एक पारी और 137 रनों से जीता, जो कोहली की बल्लेबाजी की महानता का प्रमाण था।
ये पांच पारियां विराट कोहली के टेस्ट करियर के कई शानदार पलों का एकमात्र उदाहरण हैं। उन्हें न केवल रन बनाए बल्कि टीम को जीत दिलाने के लिए संघर्ष भी किया। उनकी बल्लेबाजी हमेशा भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज रहेगी।