चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। शोहेली अख्तर पर फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद पांच वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया गया है। 19 फरवरी से आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत हो रही है। लंबे समय से बहुत से लोग इस शानदार इवेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ध्यान दें कि बांग्लादेश की पुरुष टीम ने आगामी टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया है और इस टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए भी देखा जा सकता है।
शोहेली अख्तर पर फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया
बांग्लादेशी महिला टीम की खिलाड़ी शोहेली अख्तर पर फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है। शोहेली अख्तर पर दक्षिण अफ्रीका में महिला टी20 विश्व कप 2023 के दौरान मैच फिक्सिंग का आरोप है। 36 वर्षीय शोहेली ने जिसके बाद जांच पड़ताल में आरोपों को स्वीकार किया।
शोहेली अख्तर ने बांग्लादेश टीम के लिए दो वनडे और 13 टी20 मैचों में कुल 11 विकेट लिए हैं। 10 अक्टूबर को श्रीलंका के खिलाफ महिला एशिया कप 2022 में सिलहट इंटरनेशनल स्टेडियम में उन्होंने आखिरी बार बांग्लादेश के लिए मैच खेला था।
शोहेली ने ICC के आर्टिकल (2.1.1), (2.1.3), (2.1.4), (2.4.4) और (2.4.7) का उल्लंघन किया है। जिसमें जानबूझकर खराब प्रदर्शन करना और मैच को किसी भी तरह से फिक्स करना शामिल है। इसके अलावा किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच के परिणाम, प्रगति, आचरण या किसी भी अन्य चीज को बदनाम करना, रिश्वत या अन्य पुरस्कार की मांग करना शामिल है।
बांग्लादेशी महिला खिलाड़ी ने मैच फिक्सिंग की
बयान के अनुसार, अख्तर ने बताया कि उनका कजन, जो अपने फोन पर सट्टा लगाता है, ने उनसे कहा कि अगर वह हिट विकेट हो जाएंगी तो उसे 20 लाख बांग्लादेशी टका मिलेंगे। ये पैसा उनके कजन द्वारा लगाए गए सट्टे से आएगा। उस खिलाड़ी को अख्तर ने बताया कि उनका परिवार 20 लाख से भी अधिक दे सकता है अगर वह ऐसा करने को तैयार हो। अख्तर ने कहा कि ये पूरी तरह से गुप्त रहेगा। इसके बाद, अख्तर ने मैसेज डिलीट करने को कहा, जो उन्होंने कर भी दिया।”
आईसीसी ने बताया कि अख्तर ने जिस खिलाड़ी से संपर्क किया था, उन्होंने बात को माना नहीं और प्रस्ताव ठुकरा दिया। उन्होंने इस मामले की जानकारी एसीयू को दे दी और इस संबंध में वोइस नोट के सबूत भी मुहैया कराए। जब अख्तर से एसीयू ने बात की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया लेकिन उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया था ताकि वह अपने कजन को बता सकें कि बांग्लादेशी टीम किसी भी तरह की मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं है।
एसीयू को बताते हुए अख्तर ने कहा कि उनके और उनके दोस्त के बीच यह चैलेंज हुआ था और इसलिए उन्होंने ऐसा किया। इसके संबंध में उन्होंने स्क्रीनशॉट भी पेश किए। लेकिन इन स्क्रीनशॉट की जांच से पता चला कि ये नकली हैं।