भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने सलाह दी है कि वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लें और पूरा ध्यान छोटे फॉर्मेट में दें। याद रखें कि जसप्रीत बुमराह ने सभी फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है और उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में गिना जाता है।
जसप्रीत बुमराह को शोएब अख्तर ने सलाह दी
43 टेस्ट मैचों में जसप्रीत बुमराह ने 20 की औसत से 185 विकेट झटके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले मैच में ही उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया। इसके बाद दूसरे टेस्ट में भी अच्छी गेंदबाजी की।
इस बीच शोएब अख्तर ने द नकाश खान शो पॉडकास्ट पर बात करते हुए कहा, “जसप्रीत बुमराह अपनी लेंथ को समझते हैं और इसी वजह से वो टी20 और वनडे फॉर्मेट में जबरदस्त गेंदबाज हैं।” चाहे डेथ ओवर हो या पावरप्ले बुमराह दोनों तरफ गेंद को स्विंग करा सकते हैं।
लेकिन टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों को लंबे स्पैल फेंकने की आवश्यकता होती है। आपको गति भी चाहिए होती है क्योंकि बल्लेबाज आपको टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा प्रहार नहीं कर रहे होते हैं। आपको लेंथ बदलने की भी जरूरत होती है और जब गेंदबाज को परेशानी होती है तब लोग सवाल उठाने लगते हैं। व्हाइट बॉल क्रिकेट में यह समस्या नहीं होती।’
“भले ही जसप्रीत बुमराह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन ना किया हो लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने जबरदस्त गेंदबाजी की है,” पूर्व क्रिकेटर ने कहा। लेकिन टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए गति भी बढ़ानी होगी। हालांकि, ऐसा करने से जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने की भी उम्मीद काफी ज्यादा है।
अगर जसप्रीत बुमराह को लगता है कि वह टेस्ट क्रिकेट में आगे भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं तो उन्हें इस फॉर्मेट से संन्यास नहीं लेना चाहिए। फिलहाल हमें जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को बचाना होगा और उन पर अधिक दबाव नहीं डालना होगा। अगर हम ऐसा करते हैं तो अनुभवी तेज गेंदबाज चोटिल हो सकते हैं।’