इंग्लैंड-भारत सीरीज के तीसरे टेस्ट के आखिरी ओवर में पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री ने जैक क्रॉली की समय बर्बाद करने वाली रणनीति पर अपनी राय दी। उनका विचार था कि इस तरह के दिमागी खेल का एक अभिन्न अंग हैं और दोनों टीमों के बीच हुए इस रोमांचक मुकाबले में इसकी उम्मीद की जा सकती है।
रवि शास्त्री ने जैक क्रॉली की समय बर्बाद करने वाली रणनीति पर अपनी राय दी
रवि शास्त्री ने कहा कि मुकाबले के इस मोड़ को देखते हुए किसी भी खिलाड़ी का ऐसा व्यवहार करना स्वाभाविक था और उन्हें क्रॉली की हरकतों से कोई दिक्कत नहीं है।
“अगर मैं भारतीय टीम का हिस्सा होता, तो मैं ये सब करता,” रवि शास्त्री ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट से बात करते हुए कहा। जैसा कि आप जानते हैं, हम इसे मनोरंजन कहते हैं। यह सब खेल में ठीक है। ये सब आप चाहते हैं। आप बस ‘गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग, घर जाओ’ नहीं कह सकते। जैसा कि आप जानते हैं, मैदान के बीच में थोड़ी-बहुत बहस ठीक है, बशर्ते आप हद पार न करें। इसलिए इन सबसे मुझे कोई परेशानी नहीं है।”
‘I would have done all that too, a little bit of argy-bargy is okay!’ 🗣️
Ravi Shastri on Day Three’s heated final over at Lord’s 🔥 pic.twitter.com/LqxOK2o9dt
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) July 13, 2025
जो लोग नहीं जानते, उनके लिए तीसरे दिन इंग्लैंड को केवल एक ओवर मिला। रन-अप के बीच में ही जसप्रीत बुमराह को क्रॉली ने रोक दिया, लेकिन बाद में दस्ताने पर गेंद लगने के बाद फिजियो को अपनी उंगली देखने का संकेत दिया।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने क्रॉली की हरकत से स्पष्ट रूप से नाखुश होकर उनसे बहस की। भारत के कई खिलाड़ी व्यंग्यात्मक अंदाज़ में ताली बजाते हुए देखे गए, क्योंकि उन्हें लगा कि क्रॉली जानबूझकर समय बर्बाद करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
मेजबान टीम ने दूसरी पारी के पहले ओवर में दो रन बनाए। चौथे दिन, इंग्लैंड तेजी से रन बनाकर आगे बढ़ने की कोशिश करेगा।