रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड का मानना है कि पृथ्वी शॉ ने अपने करियर में गलत रास्ता चुना, जिससे उनका क्रिकेट जीवन बिगड़ गया और उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ। 2016-17 रणजी ट्रॉफी में मात्र 17 साल की उम्र में पृथ्वी शॉ ने शतक जमाकर सबका ध्यान खींचा था।
पृथ्वी शॉ ने अपने करियर में गलत रास्ता चुना – दिनेश लाड
2018 में उन्होंने भारत की अंडर-19 टीम को विश्व कप जिताया और जल्द ही सीनियर टीम में शामिल हो गए। ठाणे में जन्मे पृथ्वी ने 2018 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और अपने पहले मैच में शतक भी जड़ा था, लेकिन टीम से खराब फॉर्म की वजह से वह जल्दी बाहर हो गए और 2021 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है।
उनका खेल करियर मुश्किल दौर से गुजर रहा है। उन्हें पिछले सीजन रणजी ट्रॉफी के बीच में टीम से बाहर कर दिया गया और नए घरेलू सीजन से पहले मुंबई छोड़नी पड़ी। उनका नाम विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं आया, हालांकि वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुछ मैच खेले थे।
दिनेश लाड ने याद किया कि शॉ ने अपनी अद्भुत बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को कैसे प्रभावित किया था, लेकिन उन्होंने यह भी दुख जताया कि वह खिलाड़ी अपने रास्ते से भटक गया।
गौरव मंगलानी के पॉडकास्ट में लाड ने कहा, “मैंने पृथ्वी को तब से देखा है जब वह 10 साल का था।” वह एक अद्भुत खिलाड़ी था; हालांकि, हर खिलाड़ी की यात्रा अलग है। उसने गलत रास्ता चुना और अपना करियर खो दिया, इसलिए मैं नहीं जानता कि उसके साथ क्या हुआ।”
लाड ने मौजूदा भारतीय क्रिकेटरों वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित है। अब शॉ महाराष्ट्र की टीम से खेलकर अपने करियर को फिर से शुरू करने की कोशिश करेंगे। इसके लिए उन्होंने जून में मुंबई क्रिकेट संघ से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा था, जिसे स्वीकृति मिल गई।