भारत के कप्तान रोहित शर्मा जो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के चल रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं हैं, उन्होंने खेल के सबसे लंबे प्रारूप को खेलते रहने के लिए अपने विचारों को साझा किया। प्लेइंग इलेवन से बाहर होने के बाद उनकी भारतीय टेस्ट टीम से बाहर होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन रोहित ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह सिर्फ इस मैच से बाहर हुए हैं।
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास को लेकर चुप्पी तोड़ी
स्टार स्पोर्ट्स पर दूसरे दिन लंच के दौरान इरफान पठान और जतिन सप्रू के इंटरव्यू में रोहित शर्मा से पूछा गया कि क्या उन्हें टीम से बाहर किया गया है या आराम दिया गया है या उन्होंने खुद ही बाहर होने का निर्णय लिया है? भारतीय कप्तान ने इसके जवाब में कहा, “कुछ नहीं (हंसते हुए)। मैं स्वयं हटा हूँ। मैंने कोच और चयनकर्ताओं को बताया कि मेरे बल्ले से रन नहीं आ रहे हैं इसलिए मैंने हटने का निर्णय लिया है।”
“अभी रन नहीं बन रहे हैं, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि 5 महीने बाद भी रन नहीं बनेंगे या दो महीने बाद भी रन नहीं बनेंगे,” हिटमैन ने कहा। मैं कड़ी मेहनत करूंगा। लैपटॉप, पेन और पेपर लेकर बाहर बैठे लोग यह तय नहीं करेंगे कि मेरा रिटायरमेंट कब होगा और मुझे क्या निर्णय लेने होगा।”
Question – reports were there you were rested, dropped or opted out?
Rohit Sharma – none, I stood down. I told the selectors and coach that runs are not coming from my bat, so I decided to step away. pic.twitter.com/hAHKW7BJx9
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 4, 2025
हिटमैन ने सिडनी टेस्ट से बाहर बैठने के फैसले पर कहा “मेरी बातचीत बहुत साफ थी। मैंने कहा कि मैं रन नहीं बना पा रहा हूं और इस महत्वपूर्ण मैच में रन बनाने वाले खिलाड़ियों की जरूरत है। मैं चयनकर्ताओं और कोच को यह बात बताना चाहता था। इसमें उन्होंने मेरा साथ दिया। यह निर्णय विवेकपूर्ण था। मैंने बस यही सोचा कि मुझे टीम के लिए क्या करना चाहिए।”
आपको बता दें कि रोहित का बल्ला जारी बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला में पूरी तरह से खामोश रहा है। उन्होंने इस सीरीज में तीन मैचों में छह पारियां खेली जिसमें वो 6.20 की औसत से सिर्फ 31 रन बना पाए हैं। यही कारण है कि उन्होंने अपनी इस प्रदर्शन को देखते हुए मैच से बाहर हटने का निर्णय लिया है।