टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन अपनी टीम को 46 रन के न्यूनतम स्कोर पर ऑलआउट होते देखकर वह काफी ‘दुखी’ हुए। पहले दिन बारिश के कारण खेल रद्द हो गया था लेकिन दूसरे दिन रोहित ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया। भारत की पारी 31.2 ओवर में सिमट गई, जिसमें पांच बल्लेबाजों ने खाता भी नहीं खोला।
रोहित ने ये भी स्वीकार किया कि पिच को पढ़ने में उनसे गलती हुई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले रोहित ने मजाक में रिपोर्टर से कहा कि तलवार चलाओ, यानी कड़े सवाल पूछना शुरू करो।
रोहित शर्मा ने कहा कि मुझसे पिच पढ़ने में गलती हो गई
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद रोहित ने प्रेस कांफ्रेंस में टीम के इस न्यूनतम स्कोर की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा, ”बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला मेरा था। लेकिन साल में एक या दो खराब फैसले चलते हैं।” 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में भारत ने इससे पहले सबसे कम टेस्ट स्कोर 75 रन बनाया था।
रोहित ने ये भी माना कि न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की चुनौती का सामना उनकी टीम नहीं कर पाई। “हमारे सामने जो चुनौती थी, उसका हम अच्छी तरह से जवाब नहीं दे पाए,” उन्होंने कहा। कई बार आप सही निर्णय लेते हैं, लेकिन कई बार नहीं। मैं इस बार सही तरफ नहीं था।‘’
“आज का दिन हमारे लिए खराब रहा,” उन्होंने कहा। लेकिन हमने ऐसे कई मैच खेले हैं। लेकिन हमें जितना हो सके खुद को चुनौती देनी चाहिए। ’’ रोहित से ये भी पूछा गया कि, टॉस से पहले बादलों के बावजूद बल्लेबाजी करने का निर्णय क्यों लिया? रोहित ने कहा, ‘‘हमें लगा कि पिच पर घास नहीं है। हमने सोचा था कि यह पहले कुछ सत्रों में अपना काम कर लेगी और फिर टर्न लेगी।