दिल्ली डिस्ट्रिक्ट एंड क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के चुनाव में रोहन जेटली ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है। उन्हें एक बार फिर डीसीसीसी का अध्यक्ष चुना गया है। उन्हें 1577 वोट मिले जबकि कीर्ति आजाद को सिर्फ 777 वोट मिले। इससे पहले 2020 में रोहन को डीडीसीए का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था और उन्होंने एक साल बाद वकील विकास सिंह को हराया।
रोहन जेटली को एक बार फिर डीसीसीसी का अध्यक्ष चुना गया
डीडीसीए में अध्यक्ष पद के अलावा अन्य सभी पदों पर रोहन जेटली ग्रुप के सदस्यों ने ही बाजी मारी। शिखा कुमार ने उपाध्यक्ष पद के लिए राकेश कुमार बंसल और सुधीर कुमार अग्रवाल को हराया। शिखा को 1246 वोट मिले जबकि राकेश को 536 वोट मिले और सुधीर कुमार को 498 वोट मिले। अशोक शर्मा ने सचिव के पद पर जीत हासिल की।
DDCA का चुनाव 13–14 और 15 दिसंबर को हुआ था। इस अवधि में 2413 सदस्यों ने वोट डाला था। किसी उम्मीदवार को जीतने के लिए 1207 वोटों की जरूरत होती है। यह चुनाव तीन पैनलों के बीच हुआ जिसमें एक पैनल रोहन जेटली का था जो मौजूदा अध्यक्ष हैं जबकि दूसरा पैनल कीर्ति आजाद का था, तीसरा पैनल विनोद तिहारा का था।
कौन हैं ये रोहन जेटली?
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली हैं। रोहन ने भारत से कानून की डिग्री की है और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ लॉ (LLM) की डिग्री प्राप्त की है। वह एक वकील हैं जो सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया और दिल्ली हाइकोर्ट में केसेस की पैरवी करते हैं।
रोहन को मार्च 2024 में दिल्ली हाइकोर्ट के लिए केंद्र सरकार के स्थायी वकील (स्टैंडिंग काउंसिल) के रूप में नियुक्त किया गया था। रोहन जेटली के पिता अरुण जेटली 14 वर्षों तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे।