भारत के वरिष्ठ खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा ने जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान मिचेल स्टार्क की तेज गेंदबाजी की बहुत प्रशंसा की है। बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले उन्होंने मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी पर चर्चा की।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच BGT सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। बारिश से प्रभावित रहा तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। दोनों टीमें 26 दिसंबर से मेलबर्न में फिर आमने-सामने होंगी।
इस बीच ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने छह पारियों में 22.86 की औसत से 14 विकेट लिए हैं, जो सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे कारगार गेंदबाज रहे हैं। वह सीरीज में जसप्रीत बुमराह के बाद दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। चेतेश्वर पुजारा ने बीजीटी की पिछली श्रृंखला में स्टार्क का प्रदर्शन और उनकी वर्तमान फॉर्म के बीच अंतर पर चर्चा की है।
वह कमिंस और हेजलवुड की तुलना में अधिक खतरनाक दिख रहे हैं: चेतेश्वर पुजारा
स्टार स्पोर्ट्स से खास बातचीत में पुजारा ने कहा कि वह इस सीरीज में उनके लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। साथ ही मिचेल स्टार्क ने पिछले एक डेढ़ साल में जिस तरह से खेला है, उनमें काफी सुधार आया है। जब वह 2018 या 2021 में अपनी अंतिम सीरीज खेले थे, तो मैंने सोचा कि अगर वह मेरे खिलाफ खेलेगा तो मुझे रन मिलेंगे। इस सीरीज में ऐसा लगता है कि वह विकेट लेंगे।
उन्होंने आगे कहा, तो क्या अंतर है? अंतर यह है कि उनकी लाइन लेंथ, उनकी सटीकता बहुत बढ़ गई है। बहुत कम खराब गेंदें फेंक रहे हैं। वह स्टंप पर डाल रहे हैं। वह प्रत्येक गेंद को अच्छी लेंथ स्पॉट पर कर रहे हैं। वे स्विंग पा रहे हैं। उनके खेल में जो बदलाव आया है, उसने उन्हें एक अलग खिलाड़ी बना दिया है। वह कमिंस और हेजलवुड से भी अधिक खतरनाक दिख रहे हैं।
पुजारा ने अंत में कहा कि इसलिए हमें उनके खेल का ध्यान रखना होगा। खासकर पहले पांच मैचों में अपने पहले स्पैल में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट लिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्टार्क के शुरुआती स्पैल को संभालना भारत की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा।