मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में मुंबई क्रिकेट टीम ने अभी तक दो मैच खेले हैं, जिसमें से उन्हें सिर्फ एक में जीत मिली है और एक में हार झेलनी पड़ी है। मुंबई को 26 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक अगरतला के एमबीबी स्टेडियम में त्रिपुरा के खिलाफ अपना अगला मैच खेलना है। इस मैच के लिए उन्होंने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया गया है। मुंबई ने उस स्क्वॉड में स्टार ओपनर पृथ्वी शॉ को नहीं रखा है।
रणजी ट्रॉफी मैच में अखिल हेरवाडकर को मुंबई की टीम में पृथ्वी शॉ के स्थान पर चुना गया है, उन्होंने अपने करियर में अब तक 41 मैच खेले हैं। सोमवार 21 अक्टूबर को टीम में एक और बदलाव तनुश कोटियान के रूप में देखने को मिला। कोटियान को टीम से निकाला गया क्योंकि वे इंडिया ए टीम में चुने गए हैं जो ऑस्ट्रेलिया जायेंगे।
तनुष कोटियान की जगह 28 वर्षीय कर्श कोठारी ने ली है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन, यानी एमसीए, की मीडिया रिलीज़ में पृथ्वी शॉ को टीम से बाहर करने का कारण नहीं बताया गया है, हालांकि, रिपोर्टों में कहा गया है कि उनकी फिटनेस खराब है। जबकि पृथ्वी शॉ ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि वे ब्रेक ले रहे हैं, वास्तविकता कुछ और है।
पृथ्वी शॉ को इस वजह से मुंबई की टीम से बाहर किया गया
रिपोर्ट की मानें तो मुंबई टीम के चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन के सदस्यों का विचार है कि शॉ का वजन बहुत अधिक है। यह भी पाया गया कि वह नेट अभ्यास सत्रों में अनियमित रूप से भाग लेते हैं और उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं। टीम के अन्य भारतीय खिलाड़ी, जैसे श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर और कप्तान अजिंक्य रहाणे, नियमित रूप से अभ्यास करते हैं।
लेकिन पृथ्वी शॉ अभ्यास सत्र से बार-बार छोड़ते आ रहे हैं। वह एक सत्र के बाद दो सत्र छोड़ देते हैं। एमसीए के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा कि टीम प्रबंधन, चयनकर्ता, कप्तान और कोच ने शॉ को टीम से बाहर रखने का निर्णय एकमत से लिया था।