आखिरकार काफी लंबे चले घमासान के बाद आगामी चैंपियंस ट्राॅफी टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा पेश किए गए हाइब्रिड माॅडल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने स्वीकार कर लिया है। 13 दिसंबर, शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इसको लेकर सूचना दी है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने हाइब्रिड माॅडल को स्वीकारा
एपेक्स क्रिकेट बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि आठ टीमों वाला पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला जाएगा, भारतीय क्रिकेट टीम अपने लीग मैच और अगर वह सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंचती है तो वह अपने मैच दुबई में खेलेगी।
बीते समय में पीसीबी और बीसीसीआई के बीच हाइब्रिड माॅडल को लेकर काफी खींचातानी चली थी हालांकि पीसीबी ने अब पाकिस्तान की मेजबानी में अगले वर्ष फरवरी से मार्च में होने वाली चैंपियंस ट्राफी के लिए इसे स्वीकार कर लिया है।
साथ ही यह स्पष्ट हुआ कि पीसीबी को इस प्रतिष्ठित आयोजन के विशेष मेजबानी अधिकार खोने पर कोई अतिरिक्त मुआवजा नहीं मिलेगा। इसके बजाय पाकिस्तान 2027 में फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (FTP) चक्र के समाप्त होने के बाद आईसीसी महिला कार्यक्रम के किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकता है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान के साथ भारत सरकार के राजनीतिक संबंधों की वजह से बीसीसीआई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का दौरा तब ही करेगी अगर उन्हें भारत सरकार से अनुमति मिलती है। लेकिन बीसीसीआई को भारत सरकार से अनुमति नहीं मिली, इसलिए उसने पीसीबी और आईसीसी को हाइब्रिड माडल का प्रस्ताव भेजा, जो अब स्वीकार किया गया है।
पाकिस्तान टूर्नामेंट की गत चैंपियन है
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में इसे आखिरी बार साल 2017 में खेला गया था। उस सीजन के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रनों से हराकर खिताब जीता था।
देखने लायक बात होगी कि क्या आगामी टूर्नामेंट में गत चैंपियन पाकिस्तान अपने खिताब को बचा पाती है या नहीं?