आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद, भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर युजवेंद्र चहल टीम इंडिया की लिमिटेड ओवर टीम में जगह नहीं बना पाए। उन्हें दिलीप ट्राफी में खेलने का भी मौका नहीं मिला है।
चहल को घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलने पर काउंटी क्रिकेट के डिवीजन 2 में नाॅर्थम्पटनशायर की ओर से क्रिकेट खेलना शुरू किया। वह अभी तक चार मैचों में 19 विकेट हासिल कर चुके है। उन्होंने केंट के खिलाफ हुए मैच में भी पांच विकेट हासिल किए थे।
हालाँकि, चहल ने काउंटी क्रिकेट में खेलने का अपना बड़ा कारण बताया है। चहल का कहना है कि वह खुद को साबित करना चाहते हैं और भारत की टेस्ट टीम में अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की जगह बनाना चाहते हैं।
युजवेंद्र चहल ने बड़ा बयान दिया
ध्यान दें कि युजवेंद्र चहल ने हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि काउंटी क्रिकेट कठिन क्रिकेट है। इससे मुझे क्रिकेट के महान खिलाड़ियों के खिलाफ अपनी क्षमता दिखाने का अवसर मिला। मैं पिछले साल भारत के इंग्लैंड दौरे पर अपनी क्षमता दिखाना चाहता था।
युजवेंद्र चहल काफी समय से टीम इंडिया से बाहर है
13 अगस्त, 2023 को वेस्टइंडीज के खिलाफ 34 वर्षीय युजवेंद्र चहल ने भारत के लिए अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था।टी20 वर्ल्ड कप 2024 की विजेता टीम का वह हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
चहल ने भारत के लिए 72 वनडे मैच और 80 टी20 मैच खेले हैं और क्रमश: 121 और 96 विकेट लिए हैं। चहल ने 160 आईपीएल मैचों में 205 विकेट भी लिए हैं, जिससे वह टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं।