पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शॉन मार्श के भाई मिचेल मार्श हमेशा दबाव में रहते थे, क्योंकि शुरू से ही सुर्खियों उनपर दबाव के रूप में चमकती रहती थी। अब खिलाड़ी ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच घर पर बाॅर्डर-गावस्कर ट्राॅफी शुरू होने से पहले एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। मार्श कहते हैं कि जब भी मैं बल्लेबाजी के लिए उतरता हूँ, मैं किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह खुद को परेशान कर रहा होता हूं।
मिचेल मार्श ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया
गौरतलब है कि मार्श अपने टेस्ट करियर की शुरुआत में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। 33 साल के हरफनमौला खिलाड़ी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन लगातार बुरा प्रदर्शन करने के कारण उन्हें जल्द ही टीम से बाहर कर दिया गया।
सेंडपेपरगेट स्कैंडल के बाद उनकी टीम में ना सिर्फ वापसी हुई, बल्कि टेस्ट टीम का उपकप्तान भी बनाया गया। साल भर के भीतर उन्हें फिर से टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया। हालाँकि, मार्श ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए व्हाइट बाॅल क्रिकेट में लगातार खेलने में सफलता हासिल की है और वर्तमान में ऑस्ट्रेलियाई टी20 टीम के कप्तान भी हैं।
ध्यान दें कि मिचेल मार्श ने बीजीटी से पहले फाक्स क्रिकेट के साथ एक चर्चा में कहा, “सच बात तो ये है कि मैं एक इंसान हूं और जब भी मैं बल्लेबाजी करता हूँ, मैं किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह खुद को परेशान कर रहा होता हूँ।” मैंने अपने खेल के मानसिक पक्ष पर बहुत मेहनत की है, ताकि मैं गेंद से पहले की दिनचर्या में सीधे शामिल हो सकूं, चाहे मैं कितना भी घबराया हुआ क्यों न हो।
मार्श ने आगे कहा- मेरे लिए, यह सब मेरी तैयारी के बारे में है। यदि मैं अच्छी तरह से तैयार हूं, मैं किसी खेल या पारी में पूरी तरह से आत्मविश्वास से उतरता हूं, तो मैं आईने में खुद को देख सकता हूं और कह सकता हूं कि मैंने वास्तव में सब कुछ किया है, जो मैं कर सकता था।