न्यू चंडीगढ़ स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। शानदार प्रदर्शन करते हुए, दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वनडे बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने इस मुकाबले में महज 77 गेंदों में शतक जड़कर अपने नाम एक उपलब्धि दर्ज की है।
स्मृति मंधाना ने सिर्फ 77 गेंदों में शतक जड़ा
भारतीय स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने आज खेले जा रहे ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के खिलाफ जारी वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में महज 77 गेंदों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया है। यह भारतीय बल्लेबाज का वनडे में दूसरा सबसे तेज शतक है।
💯🔥 Queen Smriti Mandhana does it again! 💙
A classy century against Australia – pure elegance, pure dominance. 🏏✨👑 Take a bow, Smriti!#SmritiMandhana #INDvAUS #WomensCricket #TeamIndia #CricketQueen pic.twitter.com/3T8yym3Y5K
— SportsTiger (@The_SportsTiger) September 17, 2025
इतना ही नहीं इस ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से स्मृति मंधाना ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। भारतीय महिला क्रिकेट में सबसे तेज, 70 गेंदों में शतक बनाने का रिकॉर्ड अभी भी स्मृति मंधाना के पास है और अब दूसरा सबसे तेज शतक हासिल करने का रिकॉर्ड भी उन्होंने आपने नाम कर लिया है।
अपनी शानदार पारी के दौरान, इस खूबसूरत बाएं हाथ की बल्लेबाज ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली। उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में किसी भी भारतीय महिला बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रनों का नया रिकॉर्ड बनाया। इस दौरान, उन्होंने 2017 में 20 मैचों में दीप्ति शर्मा का 787 रनों का रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया है।
हाल ही में स्मृति मंधाना ने महिला वनडे बल्लेबाजों की रैंकिंग में शीर्ष स्थान फिर से हासिल किया था, अब वे इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट के बाद महिला वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
इस सूची में, नवंबर 2023 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वालीं महान खिलाड़ी मेग लैनिंग 15 शतकों के साथ शीर्ष पर बनी हुई हैं। क्या स्मृति मेग लैनिंग के 15 शतकों का रिकॉर्ड पार कर पाएंगी, आप अपनी राय हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।
भारतीय टीम, दूसरी ओर, विश्व कप में पहले स्मृति का ऐसा फॉर्म भारतीय टीम के लिए कारगर साबित हो सकता है। स्मृति के शानदार फॉर्म से इस युवा भारतीय बल्लेबाजी क्रम को काफी सहायता मिलेगी। इतना ही नहीं बल्कि भारतीय टीम आशा करेगी की वे अपना ड्रीम रन जारी रखें और अपनी टीम को उनकी पहली महिला आईसीसी ट्रॉफी भी जिताएं।