2008 में भारत के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद विराट कोहली काफी फेमस हो गए थे। उस टीम का हिस्सा रहे रविंद्र जडेजा और मनीष पांडे आज भी क्रिकेट में एक्टिव हैं लेकिन उस टीम का एक खिलाड़ी ऐसा भी था, जो शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी अपनी पहचान नहीं बना सका।
तन्मय श्रीवास्तव भी उस वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा रहे थे, जो टूर्नामेंट में टीम इंडिया के टाॅप स्कोरर थे। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में 43 रनों की शानदार पारी खेलकर कुल 262 रन बनाए थे।
तन्मय श्रीवास्तव आगामी आईपीएल में मैच ऑफिशिएल की भूमिका में नजर आएंगे
हालाँकि यह खिलाड़ी क्रिकेट छोड़कर अब अंपायरिंग में डेब्यू करने वाला है, और आगामी आईपीएल में मैच ऑफिशिएल की भूमिका में नजर आएगा। वह एक ऐसे खिलाड़ी बन सकते हैं, जिन्होंने आईपीएल में क्रिकेट खेलने के साथ, अंपायरिंग भी की है।
भारत के अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद, उन्हें 2008 और 2009 में पंजाब किंग्स में खेलने का मौका मिला। लेकिन वे बहुत सफल नहीं हुए और ना ही उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का मौका मिला। इसके बाद, वह 30 साल की उम्र में क्रिकेट से रिटायर हो गए और अंपायरिंग में अपनी किस्मत आजमाई।
उत्तर प्रदेश से आने वाले तन्मय श्रीवास्तव ने हाल में बीसीसीआई लेवल टू अंपायरिंग कोर्स को पूरा किया है और अब वह एक क्वालिफाइड अंपायर है। वह हालांकि आगामी आईपीएल में शायद ऑनफील्ड ड्यूटी करते नजर ना आएं लेकिन वह ऑफिशिएल मैच की भूमिका में नजर आ सकते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से तन्मय ने कहा कि अंपायरिंग के लिए पढ़ाई करना कठिन है। मैं रात भर जागता था। नियमों को समझने के लिए आपको काफी अध्ययन करना पड़ेगा। चाहे खिलाड़ी किसी भी स्तर पर क्रिकेट खेला हो, उनके पास कुछ छूट है। बोर्ड युवा खिलाड़ियों को अंपायरिंग करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, न कि किताबी ज्ञान वाले बड़े लोगों पर निर्भर रहने के लिए।