भारत के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली ने सचिन तेंदुलकर के साथ अपनी दोस्ती को लेकर बड़ा खुलासा किया है। विनोद कांबली ने कहा कि वो इस बात से काफी निराश थे कि सचिन ने जब 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था तब फेयरवेल स्पीच में उन्होंने अपने दोस्त का नाम नहीं लिया। इसके अलावा अपनी दोस्ती के विनोद कांबली ने कई किस्से सुनाए।
सचिन तेंदुलकर को विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है और विश्व भर में उनके प्रशंसक हैं। दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार सफलता के बाद विनोद कांबली बिखरते चले गए। 1990 और 2000 के शुरुआती दशक में इन दोनों खिलाड़ियों ने साथ में कई शानदार साझेदारी भी की।
विनोद कांबली ने सचिन तेंदुलकर के साथ अपनी दोस्ती को लेकर बड़ा खुलासा किया
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में विनोद कांबली ने कहा, “हां, हम लोगों के बीच में सब ठीक है और मैं उनसे काफी खुश हूँ।” हमने एक-दूसरे को गले लगाया। हम सभी को यह बताना चाहते थे कि हम साथ हैं। यह भावनात्मक था और मैं सचिन तेंदुलकर से निराश नहीं हूँ।’
“मैं उनसे इसलिए निराश था, क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि सचिन अपनी फेयरवेल स्पीच में मेरा नाम जरूर लेंगे,” विनोद कांबली ने कहा। हमारे क्रिकेट करियर का टर्निंग पॉइंट और विश्व रिकॉर्ड साझेदारी को लेकर सचिन जरूर बोलेंगे। इसी साझेदारी के बाद लोगों को पता चला था कि विनोद और सचिन कौन हैं? मेरा भी इसमें हाथ था और हमारा करियर वहीं से शुरू हुआ था। मैंने सोचा था कि सचिन उसके बारे में जरूर बात करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हालाँकि, यह अतीत की बात है और मैं अब इसे भूल चुका हूँ। मैं खुश हूँ कि हम दोनों एक बार फिर से साथ में आ गए हैं। सचिन मेरे बहुत अच्छा दोस्त हैं।’