हाल ही में आयरलैंड और साउथ अफ्रीका ने तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली। आयरलैंड ने इस सीरीज का आखिरी मुकाबला जीता, लेकिन सीरीज 2-1 से साउथ अफ्रीका ने जीती। इस सीरीज का आयोजन अबू धाबी में हुआ था। सीरीज के अंतिम मैच में मैदान पर कई अलग-अलग नजारे देखने को मिले। साउथ अफ्रीका की टीम के लिए बैटिंग कोच को फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय मैच में एक कोचिंग स्टाफ के सदस्य को फील्डिंग लिए आना पड़ा। ऐसे में नियमों का क्या उल्लंघन हुआ है? इसके बारे में जानें। हम आपको टीम के कोच को फील्डिंग के लिए क्यों आना पड़ा ये भी बताते हैं।
दरअसल, आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे मैच की पहली पारी के आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका की व्हाइट बॉल टीम के बैटिंग कोच जेपी डुमिनी मैदान पर दिखाई दिए। अंतरराष्ट्रीय मैच में किसी सपोर्ट स्टाफ का फील्डिंग करना अपने आप में हैरानी वाली बात थी। हालांकि, ऐसा टीम को मजबूरी में करना पड़ा, लेकिन यहां नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
साउथ अफ्रीका के कोच ने आखिर मैच में फील्डिंग क्यों की?
आईसीसी के नियमों के अनुसार, आप एक अंतर्राष्ट्रीय मैच में कोचिंग स्टाफ के सदस्य से भी फील्डिंग करा सकते हैं अगर आपके पास पर्याप्त फील्डरों की कमी है। जेपी डुमिनी ने भी ऐसा ही किया। जेपी डुमिनी को साउथ अफ्रीका के लिए इस मैच में फील्डिंग करनी पडी क्योंकि उनकी टीम में पहले से ही 13 खिलाड़ी थे। टी20 लीग में खेलने के कारण कुछ खिलाड़ी टीम से बाहर हो गए, तो कुछ चोट के कारण बाहर हो गए।
यद्यपि, 13 खिलाड़ी भी साउथ अफ्रीका के लिए इस वनडे मैच के लिए काफी नहीं थे, क्योंकि अबू धाबी में बहुत गर्मी थी और ऐसे में थकान के कारण खिलाड़ी छोटे-छोटे ब्रेक ले रहे थे। तीन खिलाड़ी आखिरी ओवर में ड्रेसिंग रूम में चले गए। ऐसे में जेपी डुमिनी को एक ओवर के लिए मैदान पर आना पड़ा।
Coach JP Duminy fielding for South Africa pic.twitter.com/DTppCnT2Cz
— cricket station (@ShayanR84472894) October 7, 2024