श्रीलंका को गाले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में अपनी टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी। श्रीलंकाई मुख्य कोच सनथ जयसूर्या पारी और 242 रनों से मिली इस हार से बेहद निराश दिखे। उन्होंने बल्लेबाजों के खराब शॉट चयन और परिस्थितियों को ठीक से नहीं समझ पाने को हार का कारण बताया।
पहली पारी में घरेलू टीम 654 रन लुटाकर केवल 165 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया ने फॉलो-ऑन लागू किया जिसके बाद श्रीलंकाई टीम ने दूसरी पारी में 247 रन बनाए लेकिन यह ऑस्ट्रेलिया को दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए पर्याप्त नहीं था। सनथ जयसूर्या को उम्मीद थी कि उनके अनुभवी बल्लेबाज बेहतर प्रदर्शन करेंगे क्योंकि वे पहले भी कई कठिन समस्याओं से गुजर चुके हैं।
सनथ जयसूर्या ने प्रेस से बातचीत में कहा-
“हमारे बल्लेबाजों का शॉट चयन और परिस्थितियों को समझने में गंभीर समस्या थी। मुझे नहीं लगता कि कुछ खिलाड़ियों ने परिस्थितियों को सही से संभाला। वे अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्हें अधिक परिपक्वता दिखानी चाहिए। इन खिलाड़ियों ने बहुत क्रिकेट खेला है और उन्हें पता होना चाहिए कि कैसे खेलना है। मैंने उनसे इस बारे में बात की है, लेकिन अब हमें इस पर और विस्तार से चर्चा करनी होगी।”
सनथ जयसूर्या ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह रही कि बल्लेबाज अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ी पारियां नहीं खेल सके। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का उदाहरण देते हुए उस्मान ख्वाजा (232), स्टीव स्मिथ (141) और जोश इंग्लिस (102), जिन्होंने अपने अर्धशतक को बड़े शतकों में बदला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि श्रीलंकाई टीम को घरेलू परिस्थितियों का अधिक लाभ उठाना चाहिए था।
“हमारे बल्लेबाज अच्छी शुरुआत ले रहे हैं लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे हैं। यह एक समस्या है, जिसे मैं हमेशा दोहराता हूं। हमने देखा कि ख्वाजा, स्मिथ और इंग्लिस ने अच्छी शुरुआत के बाद उसे बड़े शतक में बदला। हमें इस निरंतरता की जरूरत है। हमारे खिलाड़ियों को समझना चाहिए कि ये हमारे घरेलू हालात हैं और हमें इनका फायदा उठाना चाहिए। बहुत सारे मौके थे, लेकिन हम उनका लाभ नहीं उठा सके,” जयसूर्या ने कहा।
दूसरा टेस्ट मैच 6 फरवरी से गाले में होगा। देखना दिलचस्प होगा कि इस मैच का क्या नतीजा निकलता है।