भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत अपने क्रिकेट करियर के शुरुआती दौर से ही खूब सुर्ख़ियों में रहे हैं। उन्हें बेखौफ स्ट्रोक प्ले और मैच विनिंग पारियों के लिए जाना जाता है, और उन्हें एक समय भारत की व्हाइट बॉल टीम का अहम हिस्सा माना जाता था। लेकिन उनके पिछले प्रदर्शन, खासकर आईपीएल 2025 के निराशाजनक सीजन के बाद लिमिटेड ओवरों के प्रारूपों में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पंत ने आईपीएल 2025 की मेगा ऑक्शन में लखनऊ सुपर जायंट्स (LG) से 27 करोड़ रुपये खरीदे जाने के बाद सुर्खियां बटोरीं। फ्रैंंचाइजी ने उन्हें कप्तानी भी दी, उम्मीद थी कि वे आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व करेंगे। पंत ने खिलाड़ी और कप्तान के रूप में उम्मीदों को पूरा नहीं किया।
पंत ने आईपीएल 2025 में 12 पारियों में केवल 151 रन बनाए क्योंकि वे अपने शॉट चयन और निरंतरता से संघर्ष कर रहे थे। LSG युवा खिलाड़ी के नेतृत्व में प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई और SRH से हारकर बाहर हो गई।
ऋषभ पंत के व्हाइट बॉल क्रिकेट के आंकड़े बेहद ही खराब हैं
ऋषभ पंत के आंकड़े व्हाइट बॉल क्रिकेट में अच्छे नहीं हैं। उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 66 पारियों में 23.25 की औसत से 1,209 रन बनाए हैं। उन्होंने 27 वन-डे मैचों में 871 रन बनाए हैं। वो कुछ अच्छी पारियाँ खेलने के बावजूद, इस फॉर्मेट में लगातार रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
ऋषभ पंत का टेस्ट करियर इसके विपरीत बहुत अच्छा रहा है। उनका लाल गेंद के प्रारूप में औसत 42.11 है और उन्होंने विदेशों में लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन किया है। हरिद्वार में जन्मे इस क्रिकेटर ने वेस्टइंडीज और यूएसए में 2024 टी20 विश्व कप और पाकिस्तान और दुबई में आयोजित आईसीसी 2025 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
चयनकर्ता ऋषभ पंत के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें व्हाइट बॉल क्रिकेट में मौका देते हैं या नहीं, यह देखने लायक बात होगी। अब पंत आईपीएल के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में खेलते हुए नजर आ सकते हैं।