इंडियन प्रीमियर लीग में पिछले कुछ समय से फील्ड अंपायर्स खिलाड़ियों के बैट को चेक कर रहे हैं। वास्तव में, अंपायर्स यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो खिलाड़ी बल्लेबाजी करते समय अधिक बड़े बल्ले का इस्तेमाल कर रहा है उसे वह हटा दे।
आईपीएल 2025 की पहली पारी से पहले अंपायर्स सभी खिलाड़ियों के बल्ले को चेक करेंगे
यह सब देखने को तब मिला जब अंपायर ने चेक किया कि बल्लेबाज पहले दूसरे बल्ले का इस्तेमाल कर रहे हैं और जब वह बल्लेबाजी करने आ रहे हैं तब वह अपने बल्ले को बदल दे रहे हैं। अब ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही है कि आईपीएल 2025 की पहली पारी से पहले अंपायर्स सभी खिलाड़ियों के बल्ले को चेक करेंगे।
नियम क्या कहता है?
15 अप्रैल को पंजाब किंग्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स मैच में अंपायर्स ने सुनील नरेन, एनरिक नॉर्खिया और आंद्रे रसेल का बल्ला चैक किया था। तीनों बल्लेबाजों का बैट टेस्ट में फेल हुआ , जिससे उनके बैट बदलने की आवश्यकता पड़ी। इससे पहले भी फिल साल्ट और हार्दिक पांड्या का बल्ला अंपायर मैच के दौरान चैक करते हुए नजर आए हैं। अंपायरों द्वारा इसलिए ऐसा किया जा रहा है ताकि बल्लेबाज नियमों से बड़ा या भारी बल्ला लेकर अनुचित लाभ न उठाए।
बैट की चौड़ाई 4.25 इंच (10.8 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए, उसकी गहराई 2.64 इंच (6.7 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए, और इसके किनारे 1.56 इंच (4.0 सेमी) से अधिक नहीं होने चाहिए। हैंडल बैट का 52 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। कवरिंग सामग्री की मोटाई 0.04 इंच (0.1 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए, और टो प्रोटेक्शन 0.12 इंच (0.3 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही, बैट को आधिकारिक बैट गेज से आसानी से गुजरना चाहिए।
नियमों के अनुसार, जब दो ओपनिंग बल्लेबाज मैदान में प्रवेश करेंगे, चौथे अंपायर उनके बल्लों को चेक करेगा, जबकि मैदान पर मौजूद दो अन्य अधिकारी हर अन्य बल्लेबाज की क्रॉस-जांच करेंगे। पहले बैट जांच मैच से पहले की जाती थी, लेकिन अगले दिन कुछ खिलाड़ियों द्वारा अलग-अलग बैट्स के साथ लौटने के बाद यह कमी सामने आई।