टीम इंडिया का प्रदर्शन गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद बहुत ही खराब रहा है। चाहें वह न्यूजीलैंड से घर पर टेस्ट मैच में क्लीन स्वीप हो और फिर उसके बाद ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार ही क्यों न हो।
समाचारों के अनुसार, टीम इंडिया के पिछले कुछ महीनों की खराब प्रदर्शन की वजह ड्रेसिंग रूम में चल रहे मतभेद हैं। हाल ही में समाप्त हुए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के प्रैक्टिस के दौरान गंभीर और रोहित शर्मा अलग-अलग नजर आए थे जिससे ड्रेसिंग रूम में मतभेद की खबर को हवा मिली थी।
रोहित शर्मा ने संन्यास लेने का निर्णय कर लिया था
कथित तौर पर मेलबर्न में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के बाद संन्यास की घोषणा करने का फैसला किया था। लेकिन उन्होंने बाद में अपना विचार बदल लिया, जिससे मुख्य कोच गौतम गंभीर बहुत निराश हैं।
गौरतलब है कि रोहित पर्थ में पहले टेस्ट से चूक गए थे लेकिन उन्होंने भारतीय टीम में वापसी की और फॉर्म में चल रहे केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल को शामिल करने के लिए मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजी की। रोहित के आने से शुभमन गिल को भी प्लेइंग 11 से बाहर होना पड़ा लेकिन रोहित ने सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार रोहित शर्मा रविचंद्रन अश्विन के बाद संन्यास लेने वाले दूसरे खिलाड़ी हो सकते थे, लेकिन कप्तान को उनके कुछ करीबी विश्वासपात्रों के कहने पर अपना विचार बदलना पड़ा।
इस मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, “रोहित ने एमसीजी के बाद अपना मन बना लिया था। अगर बाहर से उनके शुभचिंतकों ने उन्हें अपना मन बदलने के लिए मजबूर नहीं किया होता, तो हम ऑस्ट्रेलिया में एक और संन्यास देख सकते थे।”
रोहित शर्मा के संन्यास न लेने पर गौतम गंभीर नाराज हैं
कथित तौर पर हेड कोच गौतम गंभीर को रोहित का मन बदलना पसंद नहीं आया और भारतीय कप्तान सिडनी में हुए अंतिम टेस्ट में नहीं खेले थे। वास्तव में दोनों को कई विषयों पर मतभेद था, जैसे टीम की संरचना और टॉस।
गंभीर और रोहित दोनों पर बड़ा प्रदर्शन करने का दबाव है और दोनों को मिलकर आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में काम करना होगा। हालाँकि टीम का ध्यान इंग्लैंड के खिलाफ आगामी एकदिवसीय और टी-20 मैचों पर रहेगा, जो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए चुने जाने वाले कई खिलाड़ियों की परीक्षण का आधार होगा।