पाकिस्तान और यूएई में संयुक्त रूप से चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी 2025 से खेला जाने वाला है। एक महीने और कुछ दिन का समय टूर्नामेंट शुरू होने में बाकी है लेकिन आईसीसी की समस्याएं अभी भी खत्म नहीं हो रही हैं।
भारत ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया इसलिए टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जा रहा है। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अब अफगानिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इनकार कर दिया है। आइए इसकी प्रमुख वजह बताते हैं-
इंग्लैंड इस कारण से अफगानिस्तान के खिलाफ क्रिकेट नहीं खेलना चाहता
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से 160 ब्रिटिश सांसदों ने अफगानिस्तान के खिलाफ आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में मैच न खेलने का आग्रह किया है। इसकी वजह तालिबान सरकार द्वारा अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर लगाया गया प्रतिबंध है। ICC के नियमों का उल्लंघन करते हुए तालिबान सरकार ने महिलाओं के किसी भी तरह के खेलों में भाग लेने पर रोक लगा दी है।
हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्यों, जिनमें रिफॉर्म यूके के नेता निगेल फराज और पूर्व लेबर पार्टी के प्रमुख जेरेमी कॉर्बिन शामिल है। उन्होंने ECB से “तालिबान के शासन में अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाने” का आग्रह किया।
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड गाउल्ड ने इस मुद्दे पर कहा,
“ECB अफगानिस्तान में तालिबान शासन के तहत महिलाओं और लड़कियों के साथ किए जा रहे व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। आईसीसी के संविधान में यह अनिवार्य किया गया है कि सभी सदस्य देश महिला क्रिकेट के विकास के लिए कमिटेड हों। इस कमिटमेंट के अनुरूप, ईसीबी ने अफगानिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय क्रिकेट मैच आयोजित न करने के अपने रुख पर कायम है। हालांकि आईसीसी के भीतर आगे के इंटरनेशनल एक्शन पर आम सहमति नहीं बनी है, लेकिन ईसीबी ऐसे उपायों के लिए सक्रिय रूप से वकालत करना जारी रखेगा।”
इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के शेड्यूल के अनुसार मैच 26 फरवरी को लाहौर में खेला जाना है।