भारतीय खिलाड़ी ऋषभ पंत आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। लखनऊ सुपर जायंट्स ने उन्हें मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये में खरीदा। ऋषभ 2016 से दिल्ली कैपिटल्स में थे लेकिन फ्रेंचाइजी ने उन्हें 2025 मेगा ऑक्शन से पहले रिलीज कर दिया था।
दिल्ली कैपिटल्स के नए हेड कोच हेमंग बदानी ने ऋषभ पंत के टीम से बाहर होने का एक महत्वपूर्ण कारण बताया है। हेमंग बदानी ने खुलासा किया कि वह रिटेन नहीं होना चाहते थे; इसके बजाय वह ऑक्शन में उतर कर अपनी वेल्यू जानना चाहते थे।
हेमंग बदानी ने कहा कि हमने ऋषभ पंत से बात करने की कोशिश की
दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच हेमंग बदानी ने एस. बद्रीनाथ के यूट्यूब चैनल पर कहा,
मुझे लगता है कि यह इसके विपरीत है। वह रिटेन नहीं होना चाहता था। उसने कहा कि वह ऑक्शन में जाना चाहता था और मार्केट का टेस्ट करना चाहता था। यदि आप किसी खिलाड़ी को रिटेन करना चाहते हैं, तो दोनों पक्षों (टीम और खिलाड़ी) को कुछ चीजों पर सहमत होना होगा। हमने उससे बात करने की कोशिश की, मैनेजमेंट ने उससे बात करने की कोशिश की। बहुत सारे फोन कॉल और मैसेज भेजे गए।
हेमंग बदानी ने बताया कि ऋषभ को लगता था कि अगर वह ऑक्शन में उतरेंगे तो उन्हें 18 करोड़ रुपये से अधिक मिलेंगे और ऐसा हुआ भी।
उन्हें लग रहा था कि उन्हें रिटेन किए गए खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा कीमत 18 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसे मिल सकते हैं। उन्हें लगा कि उनकी कीमत ज्यादा है। और मार्केट ने भी यही कहा। उन्हें 27 करोड़ रुपये मिले। उनके लिए अच्छा है। वह बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। हम निश्चित रूप से उन्हें मिस करेंगे। लेकिन, जिंदगी चलती रहती है।
दिल्ली कैपिटल्स ने केएल राहुल को 14 करोड़ रुपये में मेगा ऑक्शन में खरीदा जो आगामी सीजन में कप्तानी करते हुए देखा जा सकते हैं। वहीं, फ्रेंचाइजी ने जैक फ्रेजर-मैकगर्क, मिचेल स्टार्क और फाफ डु प्लेसिस जैसे खिलाड़ियों पर भी भरोसा दिखाया है।
ऋषभ पंत ने पहले बताया था कि उनके रिटेन न होने का कारण पैसा बिल्कुल भी नहीं है। विकेटकीपर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, मैं निश्चित रूप से कह सकता हूँ कि मेरे रिटेंशन का कारण पैसा नहीं था।”