सनराइजर्स हैदराबाद के हेड कोच डेनियल विटोरी ने कहा कि अंपायरों द्वारा बल्ले के आकार की जांच करने से आईपीएल 2025 में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। डेनियल विटोरी ने कहा कि वे चाहते थे कि ऐसे मापदंड उनके खेलने के दिनों में भी लागू होते। अंपायर बैट की जांच एक गेज (बल्ले के आकार को मापने वाला तिकोना पैमाना) से करते रहे हैं, जिससे बल्ले को गुजरना पड़ता है। इसका उद्देश्य बड़े आकार के बल्ले का उपयोग खत्म करना है।
इस सीजन में मैदानी अंपायरों को मैच के दौरान बल्ले की जांच करने की पूरी स्वतंत्रता है। इसका ताजा उदाहरण कोलकाता नाइट राइडर्स के मैच में एनरिक नॉर्खिया के साथ देखा गया। नॉर्खिया का बल्ला पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में गौज टेस्ट में पास नहीं कर पाया, इसलिए उसे पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में बदलना पड़ा। मुंबई इंडियंस के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद के मैच की पूर्व संध्या पर विटोरी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘काश जब मैं खेल रहा था तब भी उन्होंने बल्ले की जांच की होती।’’
बल्ले को चेक करने से कोई बदलाव नहीं आएगा — डेनियल विटोरी
“नहीं, मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ेगा,” उन्होंने कहा। इन खिलाड़ियों को इस तरह की जांच से नियमित तौर पर गुजरना पड़ता है। खिलाड़ियों को बल्लेबाजी नियमों का ज्ञान होता है क्योंकि अंपायर अक्सर ड्रेसिंग रूम में जाते हैं। इसमें एक सेकंड का समय लगता है।’’
“यह बड़ा बल्ला रखने की कोशिश करने वालों पर रोक लगाएगा,” उन्होंने कहा। उस गेज से अपने बल्ले को गुजारना बहुत आसान है। विटोरी ने कहा कि एसआरएच बल्लेबाजों में यह चर्चा का विषय नहीं रहा है। उन्हें नहीं लगता कि बल्ले के आकार में कमी आने की कोई संभावना है।
उन्होंने कहा, बल्ले बिना वजन बढ़ाए बड़े आकार के हो गए हैं, मुझे लगता है कि बल्ले निर्माताओं का कौशल प्रशंसनीय है। यह आज बल्लेबाजी की मांग से मेल खाता है।उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है, विकास का हिस्सा है।’’ ऐसा लगता है कि हर कोई छक्के और चौके का लुत्फ उठा रहा है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले के आकार में कमी करने जा रहे हैं। मुझे इसकी (बल्ले की जांच) ज्यादा परवाह नहीं है।’’