3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराया और अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। 18 साल में आरसीबी की पहली बार ट्रॉफी जीतने के जश्न में बुधवार, 4 जून को बेंगलुर में आरसीबी की विक्ट्री परेड निकाली गई। किंतु परेड के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भारी भीड़ के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई और भगदड़ मच गई।
इस दर्दनाक हादसे में ग्यारह लोग मारे गए और कई घायल हुए। कर्नाटक सरकार ने घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन को हालात को नियंत्रित करने का निर्देश दिया।
सरकार ने भगदड़ में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है और घायलों के सभी चिकित्सा खर्चों का भुगतान करेगा। साथ ही, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने हर मरने वाले को पांच लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा देने का वादा किया है।
इसके अलावा, आरसीबी फ्रेंचाइजी ने 11 मृतकों के प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है। आरसीबी ने घायलों के लिए “RCB Cares” नामक एक फंड भी शुरू करने का वादा किया है। वहीं, कर्नाटक सरकार ने सीआईडी को घटना की जांच सौंप दी है।
सरकार ने जांच सीआईडी को सौंपी
सरकार ने कोर्ट को दी गई स्टेटस रिपोर्ट में बताया कि कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में अपराध संख्या 123/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105, 125(1)(2), 132, 121/1, 190 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है, 3(5)। अब एफआईआर को सीआईडी को एसआईटी बनाने के लिए सौंप दिया गया है।
आरसीबी, केएससीए और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया
आरसीबी, केएससीए, डीएनए नेटवर्क और उस समारोह को आयोजित करने में शामिल अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शेखर एच टेक्कन्नावर ने कब्बन पार्क पुलिस द्वारा दर्ज की गई इस एफआईआर की पुष्टि की।