भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने साउथ अफ्रीकी T20I सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया है। वह चार मैचों की टी-20 सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वहीं, मैच के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में उन्होंने सीरीज के दौरान सामने आई चुनौतियों और अपने योगदान पर अपनी राय व्यक्त की। वे मानते थे कि पिछले दो मैचों में पिच स्पिनर के लिए आइडियल नहीं थी।
चक्रवर्ती ने कहा कि सीरीज में तीन स्पिनर्स के साथ उतरने का भारत का प्रयास अद्भुत रहा है, और इसने काम किया है। इसके अलावा उन्होंने लेग स्पिनर रवि बिश्नोई के साथ अपनी पार्टनरशिप पर भी बात की।
वरुण चक्रवर्ती ने कहा कि मैं और रवि बिश्नोई ने मिलकर काम किया
वरुण चक्रवर्ती ने कहा कि छोटी बाउंड्री के कारण पिछले दो मैच चुनौतीपूर्ण रहे हैं। भले ही कुछ छक्के लगे, लेकिन एक गलत शॉट हमें विकेट दिला सकता है। हम सीरीज में तीन स्पिनरों के साथ उतरे और सफल रहे। उन्होंने कहा कि मैं और बिश्नोई ने मिलकर काम किया। सबसे अच्छा तरीका आर्क से दूर रहना था और मैंने कुछ छोटी गेंदें फेंकी, जो वास्तव में मेरे लिए भी काम की थीं।
सैमसन-तिलक की रिकॉर्ड तोड़ पारी
भारतीय टीम ने चौथे टी-20 मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और संजू सैमसन और तिलक वर्मा की रिकॉर्ड तोड़ पारी की बदौलत 283 रन बनाए। सैमसन ने 56 गेंदों में 109 रन बनाए, जबकि तिलक वर्मा ने 47 गेंदों में 120 रन बनाए।
साउथ अफ्रीका ने इसके जवाब में बुरी शुरुआत की और 18.2 ओवर में 148 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारत ने इस मुकाबले को 135 रनों से जीता। इसके साथ ही मेहमान टीम ने चार मैचों की सीरीज को 3-1 से जीत लिया।