सिडनी टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर सीरीज 3-1 से जीत ली। ऑस्ट्रेलिया ने करीब दस साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीती है। टीम इंडिया को इस टेस्ट सीरीज को ड्रॉ पर खत्म करने के लिए इस मैच को हर हाल में जीतना था लेकिन टीम इंडिया सिर्फ तीन दिन में ही यह मैच हार गई।
अब भारत 2023-25 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है। टीम इंडिया को दौड़ में बने रहने के लिए हर हाल में सीरीज बराबरी पर खत्म करनी थी। लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई।
जसप्रीत बुमराह की कमी खली
जसप्रीत बुमराह पीठ की समस्या के कारण सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन बाहर हो गए थे। विराट कोहली उनकी जगह कप्तानी कर रहे थे। यदि बुमराह मैदान पर होते तो भारत दूसरी पारी में भी गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन कर सकता था। पूरी सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की है और भारत की ओर से एक अकेले योद्धा की तरह लड़ाई लड़ी है।
जसप्रीत बुमराह ने प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता
5 मैचों में भारत के दिग्गज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 32 विकेट हासिल किए, जिसमें उनका औसत 13.06 रहा। श्रृंखला के पहले मैच में बुमराह ने बतौर कप्तान भारत को 295 रनों से जीत दिलाई, बुमराह ने श्रृंखला में तीन बार पारी में पांच विकेट लिए।
बुमराह ने 32 विकेट लेकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के एक संस्करण में सबसे ज्यादा विकेट लेने के हरभजन सिंह के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। हरभजन ने 2001 की भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में तीन मैच खेले और 32 विकेट लिए थे।
हालांकि बुमराह घर से बाहर खेली गई टेस्ट सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहे।
जसप्रीत बुमराह ने बल्लेबाजी में भी प्रभावित किया
बुमराह ने सीरीज में कई बार अपनी गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी से भी प्रभावित किया। उन्होंने आकाश दीप के साथ तीसरे टेस्ट की पहली पारी में आखिरी विकेट के लिए 47 रन जोड़े और भारत को फॉलोऑन से बचाने में मदद की। उन्होंने इसके अलावा पांचवें टेस्ट की पहली पारी में 17 गेंदों पर 22 रन बनाए।
बुमराह ऑस्ट्रेलिया में खेली गई भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीतने वाले कपिल देव, क्रिस श्रीकांत, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा के बाद छठे भारतीय क्रिकेटर हैं।