अपने क्रिकेट करियर के शुरुआती दिनों में लोगों द्वारा अपनी गेंदबाजी एक्शन की आलोचनाओं को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने हाल में ही अपना पक्ष रखा है। घातक यार्कर गेंदबाजी के लिए प्रसिद्ध तेज गेंदबाज ने बताया कि लोगों ने उनके गेंदबाजी एक्शन पर किस तरह का प्रभाव डाला था। यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक द्वारा बताई गई एक बेस्ट स्टोरी में से एक है।
बुमराह इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाॅर्डर-गावस्कर ट्राॅफी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। वह तेज गेंदबाजी यूनिट की अगुवाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। बुमराह के उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद, भारतीय टीम को एडिलेड में पिंक बाॅल टेस्ट मैच में हार मिली।
बुमराह ने अभी तक खेले गए दो टेस्ट मैचों में 12 विकेट हासिल किए हैं, जो किसी भी अन्य भारतीय गेंदबाज से अधिक है। साथ ही बुमराह ने भारतीय टीम की पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में हुए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कप्तानी भी की थी जिसमें भारत ने 295 रनों से बड़ी जीत हासिल की थी।
जसप्रीत बुमराह ने अपनी राय व्यक्त की
ध्यान दें कि जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में फाॅक्स स्पोर्ट्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा, “मुझे नहीं लगता कि बहुत से लोगों ने मुझ पर विश्वास किया क्योंकि उन्हें लगा कि यह गेंदबाजी एक्शन लंबे समय तक नहीं चलेगा।” उन्हें लगता था कि ये छह महीने, सात महीने तक खेलेगा।
तो वास्तव में बहुत से लोगों ने मुझ पर काम नहीं किया। जैसा कि आप जानते हैं उन्होंने मुझे बस इनपुट दिए। ये इनपुट आपके लिए बहुत उपयोगी हैं या आपको ऐसा करना बंद कर देना चाहिए। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि उन्होंने बहुत मेरिट देखी है।
बुमराह ने कहा कि मुझे किसी ने बदलने की कोशिश नहीं की लेकिन कोई और समाधान नहीं दिया। तो इसने मेरे लिए बड़े पैमाने पर सर्वश्रेष्ठ काम किया,फिर इसके बाद इससे (गेंदबाजी एक्शन) मुझे खुद का विकास करने में मदद मिली। आप जानते हैं कि आत्मविश्वास और खुद पर भरोसा बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि यह मेरे लिए बहुत अच्छा काम किया है।