इस समय जारी बाॅर्डर-गावस्कर ट्राॅफी टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम द गाबा, ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया का सामना कर रही है। टीम इंडिया का प्रदर्शन इस मैच में भी दूसरे टेस्ट मैच की तरह अभी तक निराशाजनक रहा है।
पहले मैच को छोड़ दें तो अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी एक इकाई के रूप में प्रदर्शन नहीं कर पाई है जबकि गेंदबाजी में पूरा बोझ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने कंधों पर ले रखा है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने गाबा टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 445 रनों के जवाब में सिर्फ 51 रनों के कुल स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए हैं।
इस औसत प्रदर्शन के बीच, इस दौरे पर भारतीय टीम की उपकप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। बुमराह का कहना है कि एक-दूसरे पर उंगली उठाने की मानसिकता नहीं रख सकते है।
जसप्रीत बुमराह ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया
द गाबा, ब्रिसबेन में जारी तीसरे टेस्ट मैच में तीसरे दिन के खेल के बाद, अनुभवी तेज गेंदबाज ने पोस्ट मैच काॅन्फ्रेंस के दौरान टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा- हम एक-दूसरे पर उंगली उठाने की मानसिकता नहीं रख सकते हैं।
हम गेंदबाजी इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। तो यह मेरी जिम्मेदारी है कि दूसरों की मदद करूँ। मैं उनकी मदद करने का प्रयास कर रहा हूं क्योंकि मैंने उनसे अधिक मैच खेले हैं।
बुमराह ने कहा कि हम मैच में 11 खिलाड़ी खेल रहे हैं और मुझे नहीं लगता कि मुझे अतिरिक्त कुछ करने की जरूरत है। टीम में बहुत सारे नए खिलाड़ी आए हैं, हमें यह स्वीकार करना होगा और उन्हें सीखने के लिए थोड़ा मदद करने की जरूरत है।
जब हम पिछली बार यहां आए थे तो हमारी टीम थोड़ी अधिक अनुभवी थी लेकिन हर टीम इस यात्रा से गुजरना होगा। कोई भी अनुभव के साथ पैदा नहीं होता है। आप सीखते हैं और बेहतर होते जाते हैं।