बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शानदार अंदाज में हुआ है। पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली भारत पहली ऐसी टीम बनी है। भारत ने पर्थ टेस्ट मैच को 295 रनों से जीता। यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट मैच में शतक लगाए, जबकि केएल राहुल और नीतीश रेड्डी ने दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की।
पहली पारी में टीम इंडिया के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट चटकाए। किसे मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड देना चाहिए, इसका निर्णय लेना आसान नहीं था। पर्थ टेस्ट में जीत के बाद बुमराह को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि किसे प्लेयर ऑफ द मैच मिलना चाहिए था, तो बुमराह ने यशस्वी का नाम लिया।
मैच के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह ने कहा, ‘मैन ऑफ द मैच मुझे मिला, इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन अगर मुझे चुनना होता तो मैं यशस्वी को भी चुन सकता था, क्योंकि उन्होंने अपने नैचुरल खेल के विपरीत ऐसी पारी खेली, जो मेरे सामने उनकी बेस्ट टेस्ट पारी भी है।”’
पर्थ टेस्ट मैच जीतने के बाद जसप्रीत बुमराह ने बड़ा बयान दिया
पर्थ टेस्ट जीतने पर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा, “शुरुआत से बहुत खुश हूं।” पहली बार हम पर दबाव था, लेकिन उसके बाद जिस तरह से हमने जवाब दिया – बहुत गर्व है। 2018 में खेल यहाँ हुआ था। मैं याद रखता हूँ कि जब आप यहां शुरू करते हैं, तो विकेट थोड़ा नरम होता है, लेकिन फिर यह तेज होता जाता है। उस अनुभव पर विश्वास कर रहा था। पिछले विकेट की तुलना में यह थोड़ा कम मसालेदार था।”
टीम के पुनर्गठन के बारे में उन्होंने कहा, “हम वास्तव में अच्छी तरह से तैयार थे, इसलिए मैं सभी को अपनी प्रक्रिया और क्षमता पर विश्वास रखने के लिए कह रहा था।” किसी विशेष दिन, अनुभव महत्वपूर्ण है, लेकिन अगर आप अपने आप पर विश्वास करते हैं तो आप कुछ विशिष्ट कर सकते हैं। इससे अधिक कुछ नहीं मांगा जा सकता।”