भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) विदेशी दौरों पर भारतीय खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार की उपस्थिति की अनुमति देने वाले नियम में महत्वपूर्ण परिवर्तन कर सकता है। हाल ही में मीडिया में प्रकाशित हुई खबरों के अनुसार, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इसके बारे में भी एक बड़ा बयान दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अगर खिलाड़ी विदेशी दौरे के दौरान लंबे समय तक अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं, तो उन्हें अनुमति के लिए क्रिकेट बोर्ड को आवेदन करना होगा।
विराट कोहली ने इस नियम को लेकर कहा कि परिवार के साथ रहना एक खिलाड़ी के लिए काफी महत्वपूर्ण है
ध्यान दें कि पूर्व कप्तान विराट कोहली ने इस नियम को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि हाई प्रेशर गेम और नाकारात्मक परिणामों के वक्त परिवार के साथ रहना एक खिलाड़ी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अकेले होटल के कमरे में एक खिलाड़ी निराश नहीं बैठ सकता।
दूसरी ओर, बीसीसीआई अब इस नियम में ढील देने की योजना बना रहा है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि अगर खिलाड़ी चाहते हैं कि उनके परिवार दौरे पर ज्यादा समय तक रहें, तो वे अनुमति के लिए आवेदन कर सकते हैं। बीसीसीआई अपने विवेक से निर्णय लेगा।
फैमिली स्टे पॉलिसी क्या है?
भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3-1 से हार और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार के बाद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के लिए 10 पाइंट की गाइडलाइन जारी की थी। बीसीसीआई ने विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने को लेकर दिशा-निर्देश तय किए।
नए नियम के अनुसार खिलाड़ी एक सीरीज या टूर्नामेंट में 14 दिनों तक परिवार को अपने साथ रख सकते हैं। साथ ही छोटे दौरे के लिए यह सीमा को 7 दिन कर दिया गया था। लेकिन विराट कोहली के बयान के बाद बीसीसीआई इस नियम पर ढील देने पर विचार कर रहा है।