इन दोनों टीमों के बीच 15 अक्टूबर को इसी वेन्यू पर दूसरा मैच होगा। मुल्तान की पिच की पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में बहुत आलोचना हुई थी। पाकिस्तान के सहायक कोच अजहर महमूद ने हाल ही में कहा कि बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए वो पिच का इस्तेमाल अच्छी तरह से करना चाहते थे।
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत हो चुकी है। इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान को एक पारी और 47 रनों से हराया था। पाकिस्तानी खिलाड़ी पहले टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
अजहर महमूद ने कहा कि, “हम लोगों की यह योजना साफ थी कि किस तरीके की पिच हमें बांग्लादेश के लिए तैयार करनी है और इंग्लैंड के खिलाफ भी हमें कैसी पिच पर खेलना है।” हमने सोचा था कि बांग्लादेश के खिलाफ विकेट तेज गेंदबाजों को मदद करेगी और इंग्लैंड के खिलाफ स्पिन पिच होगी। हमने क्यूरेटर को बताया था कि पहले टेस्ट मैच के खेल के दूसरे दिन के बाद गेंद स्पिन होनी चाहिए।
लेकिन पांचवें दिन भी स्पिनर्स पिच पर असफल रहे। उम्मीद करता हूं कि 9वें दिन टर्न देखने को मिले। आपको बीस विकेट लेने होते हैं। हम लोग यही सोच रहे थे कि कैसे हम यह विकेट ले सकते हैं। हमने सोचा कि इस पिच को पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाए, और स्पिन की मदद से हम इंग्लैंड के खिलाफ 20 विकेट हम स्पिन की मदद से ही ले सकते हैं।’
यहां जो भी खिलाड़ी आ रहे हैं वो सभी अनुभवी है: अजहर महमूद
अजहर महमूद ने कहा, “जो भी खिलाड़ी यहां आ रहे हैं सभी अनुभवी हैं।” पाकिस्तानी खिलाड़ी काफी समय से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल रहे हैंऔर बहुत अनुभवी हैं। मुझे नहीं लगता कि उनके ऊपर ज्यादा दबाव होगा, क्योंकि वे अपने घर की पिचों को जानते हैं।’
पाकिस्तान के सहायक कोच ने बाबर आजम के दूसरे टेस्ट में विफलता को लेकर कहा, “बाबर आजम तकनीक और काबिलियत में हमारे नंबर वन खिलाड़ी हैं।” चयन समिति ने बाबर आजम को आराम देने का निर्णय लिया क्योंकि पाकिस्तान के पास काफी क्रिकेट है। पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और जिंबाब्वे भी जाना है। हमें अपनी परिस्थिति का शानदार उपयोग करना चाहिए। हमने एक टेस्ट मैच के लिए टीम की घोषणा इसीलिए की थी ताकि हम सब बदलाव कर सकें।
हम व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने के लिए इसके बाद ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं। हमें पता है कि शाहीन और अन्य महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को आराम देना चाहिए क्योंकि इसके बाद हमें लगातार 6 महीनों तक बिना रुके क्रिकेट खेलना है।’