18 दिसंबर को भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के बाद यह घोषणा की।
रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई रिकॉर्ड्स बनाए और तोड़े हैं और उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में गिना जाता है। रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पांच मैच की टेस्ट सीरीज के पहले तीन मैचों में सिर्फ एक मैच खेला था। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 10 विकेट से हराया था।
रविचंद्रन अश्विन ने अपनी फेयरवेल स्पीच से सभी भारतीय खिलाड़ियों को स्तब्ध कर दिया
मैच खत्म होने पर रविचंद्रन अश्विन ने अपनी फेयरवेल स्पीच से सभी भारतीय खिलाड़ियों को स्तब्ध कर दिया। “सच बताऊं तो मुझे नहीं समझ आ रहा कि कैसे शुरुआत करूं,” रविचंद्रन अश्विन ने बीसीसीआई के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो में कहा। टीम हडल में बोलना आसान है लेकिन यहां बहुत ही कठिन है। यह मेरे लिए एक अत्यंत भावुक समय है। 2011-12 में मैंने यहां का दौरा किया था लेकिन ऐसा लग रहा है कि मैं इस समय यही हूं।
मैंने भी परिवर्तन देखा है। सचिन पाजी और राहुल भाई भी संन्यास ले चुके हैं लेकिन हर किसी का समय आता है। मैंने इस पूरे सफर का काफी लुफ्त उठाया। पिछले चार से पांच सालों में मेरे कई दोस्त भी बने और कुछ अच्छी साझेदारी भी निभाई।’
यह रही वीडियो:
this is so emotional, i can’t process it yet and this video— i m in tears 😭
thank you ash 💙 pic.twitter.com/NL5tPMcFjB— p 💌 (@ssnoozefest) December 18, 2024
महान खिलाड़ी ने कहा कि, “मेरे अंदर का भारतीय खिलाड़ी और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अब खत्म होने के नजदीक आ गया है लेकिन क्रिकेट अभी भी मेरे अंदर बचा हुआ है।” मैं बाकी सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन बारीकी से देखूंगा। सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मैं रोहित, विराट और गौतम भाई को धन्यवाद देना चाहता हूँ। आज मैं बहुत ही खुश हूं, शुक्रिया।’
इस अनुभवी ऑलराउंडर ने 106 टेस्ट मैच में 25.76 के औसत से 3503 रन बनाए हैं और 24.01 के औसत से 537 विकेट अपने नाम किए हैं।