12 साल और तीन महीने बाद दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए विराट कोहली ने वापसी की लेकिन वे केवल 15 गेंदों में 6 रन बनाकर रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान का शिकार हो गए। भारी संख्या में दर्शक कोहली को देखने के लिए स्टेडियम में पहुंचे थे। पहले दिन लगभग 28,000 लोग उनकी बल्लेबाजी देखने के लिए आए थे और बाकी दिनों में भी इसी तरह की भीड़ थी।
रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि ऐसा ही क्राउड हर रणजी ट्रॉफी मैच में होना चाहिए। साथ ही पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर ने एक प्रशंसक की उस टिप्पणी पर निराशा जताई, जिसमें कहा गया था कि रणजी ट्रॉफी धन्य है कि विराट कोहली इसमें खेल रहे हैं।
ऐसा ही क्राउड हर रणजी ट्रॉफी मैच में होना चाहिए – रविचंद्रन अश्विन
अपने यूट्यूब चैनल ‘अश की बात’ पर रविचंद्रन अश्विन ने कहा-
“विराट कोहली के लिए यह एक शानदार चीज है। वह बेहद प्रेरित खिलाड़ी हैं और उनका उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट खेलना और उसमें अच्छा प्रदर्शन करना है। मुझे लगता है कि उनके पास अभी भी बहुत कुछ देने के लिए बाकी है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह थी कि जितना क्राउड स्टेडियम में आया, ऐसा हर रणजी ट्रॉफी मैच में होना चाहिए।”
‘सचिन तेंदुलकर हमेशा रणजी ट्रॉफी खेलते थे’ – रविचंद्रन अश्विन
रणजी ट्रॉफी धन्य है विराट कोहली के वजह से, इस पोस्ट पर अश्विन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर जब भी संभव होता था, रणजी ट्रॉफी में खेलते थे।
“मैंने एक ट्वीट देखा जिसमें लिखा था ‘रणजी ट्रॉफी धन्य हो गई’। मैं बस यही कहूंगा कि जाके रणजी ट्रॉफी का इतिहास देखो और उसपर थोड़ा ध्यान दो भाई। यह टूर्नामेंट सालों से चला आ रहा है और यह एक प्रमुख प्रतियोगिता है।”
“सचिन तेंदुलकर, जो एक महान क्रिकेटर हैं, हमेशा रणजी ट्रॉफी खेलते थे। इस टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को काफी लाभ होता है। क्रिकेट के लिए खिलाड़ी महत्वपूर्ण नहीं होते, बल्कि खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट महत्वपूर्ण होता है।”