टीम इंडिया ने कानपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया और इस दो मैच की टेस्ट सीरीज को 2-0 से जीता। टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने दूसरे टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मेजबान की ओर से अनुभवी बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन को प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस पूरी सीरीज में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की और बांग्लादेशी बल्लेबाजों पर दबाव डाला। यही नहीं, चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन ने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण शतक भी जड़ा।
रविचंद्रन अश्विन ने एक और बेहतरीन उपलब्धि हासिल की
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड जीता है। इस लिस्ट में श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के साथ रविचंद्रन अश्विन पहले स्थान पर है।
ये दोनों खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीते हैं। मुथैया मुरलीधरन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट झटके हैं।
टीम इंडिया ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश को 2-0 से हराया
रविचंद्रन ने मेजबान टीम की पहली टेस्ट पारी में 113 रन बनाए थे। यही नहीं, बांग्लादेश की दूसरी पारी में उन्होंने घातक गेंदबाजी करते हुए छह विकेट झटके। रविचंद्रन अश्विन ने कानपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में पहली पारी में दो विकेट झटके और दूसरी पारी में तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके।
रविचंद्रन के सामने बांग्लादेश के किसी भी बल्लेबाज की एक ना चली। जहां एक तरफ पहले टेस्ट को टीम इंडिया ने 280 रनों से अपने नाम किया था जबकि कानपुर टेस्ट में मेजबान ने 7 विकेट से जीत हासिल की। टीम इंडिया ने इसके साथ दो मैच की टेस्ट सीरीज 2-0 से जीती। अपने इस प्रदर्शन से खुद रविचंद्रन काफी खुश नजर आए। अश्विन को प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड दिया गया, जबकि दूसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल को प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड दिया गया।