भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खत्म हुई बार्डर-गावस्कर सीरीज में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। कोहली ने पांच टेस्ट मैचों में 23.75 की औसत से सिर्फ 190 रन बनाए। साथ ही पूरी सीरीज में वह आठ बार ऑफ साइड स्टंप गेंदबाजी के खिलाफ आउट हुए।
दूसरी ओर साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और राॅयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) में उनके पुराने साथी एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) ने कोहली की इस खराब फाॅर्म पर एक बेहतरीन प्लान सुझाया है। डिविलियर्स ने कहा कि कोहली को BGT के बाद अपनी ऑफ-साइड समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हर गेंद पर दोबारा ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
एबी डिविलियर्स ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया
ध्यान दें कि डिविलियर्स ने हाल ही में अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक लाइव शो में कहा कि वह निश्चित रूप से इस समस्या से उबर सकते हैं। दुनिया के हर बल्लेबाज में कोई न कोई कमजोरी होती है। यह मेरे लिए सीधी गेंद थी, जो मेरे पैड पर लगती थी।
मैंने अपने करियर के अंतिम पड़ाव में और अपने करियर के दौरान भी मुझे मैदान पर जाकर रन बनाने के लिए आवश्यक सारा अनुभव प्राप्त हुआ। इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई एक सीरीज मुझे याद है। डरबन में मैंने अच्छी शुरुआत की और रन बनाए, सब कुछ शानदार था। लेकिन फिर नई गेंद से स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन के खिलाफ मेरे पैड पर बहुत बार गेंदें लगी।
मुझे लगता है कि विराट के साथ वह मैदान पर लड़ाई में शामिल हो जाते हैं। उनकी यह सबसे बड़ी ताकतों में से एक है और यह कमजोरी भी हो सकती है।हमने इस श्रृंखला के दौरान उन्हें कुछ खिलाड़ियों के साथ व्यक्तिगत लड़ाई करते देखा, साथ ही भीड़ भी उनके पीछे पड़ गई थी। विराट लड़ाई करना पसंद करते हैं, लेकिन जब आप अपने सर्वोत्तम फॉर्म पर नहीं होते, तो उससे छुटकारा पाना ही सबसे अच्छा है।
क बल्लेबाज के रूप में आपको रीसेट करना है और हर गेंद के बाद पिछली घटना को भूल जाना ही बेहतर है। कोहली की कुशलता, अनुभव और महानता कोई मुद्दा नहीं है। यह सिर्फ हर एक गेंद के बाद दोबारा फोकस करने के बारे में है।