भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने चैंपियंस ट्राफी से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को हैरान कर दिया है। याद रखें कि इस अनुभवी गेंदबाज ने 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया था, लेकिन लगातार इंजरी की वजह से उनका क्रिकेट करियर बहुत देर नहीं चल सका।
वरुण आरोन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया
35 वर्षीय वरुण आरोन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। आरोन ने करीब पांच साल के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में नौ टेस्ट और नौ वनडे मैच खेले। आरोन ने 52 आईपीएल मैच भी खेले हैं।
वरुण आरोन 2010-11 विजय हजारे ट्राॅफी में सुर्खियों में आए थे। इस सीजन में उन्होंने 153 km/h की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको हैरान कर दिया था। वह एक समय पर भारत की ओर से सबसे तेज गेंद फेंकने वाले गेंदबाज थे लेकिन बाद में उमरान मलिक ने इसे तोड़ दिया था। उन्हें नवंबर 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला।
इंजरी के कारण वह भारत के लिए केवल 9 टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेल सके। आरोन ने 4.78 की इकाॅनमी से टेस्ट क्रिकेट में 18 विकेट हासिल किए, जबकि वनडे में 6.62 की इकाॅनमी से 11 विकेट हासिल किए।
इसके अलावा आरोन ने अपने 13 वर्षीय आईपीएल करियर में 52 आईपीएल मैच खेले। तेज गेंदबाज ने इस दौरान 8.94 की इकाॅनमी और 33.66 की औसत से कुल 44 विकेट हासिल किए। आरोन ने 2011 में दिल्ली कैपिटल्स (तब डेयरडेविल्स) के खिलाफ पंजाब किंग्स (तब किंग्स इलेवन पंजाब) के खिलाफ आईपीएल डेब्यू किया था। गेंदबाज ने इस मैच में चार ओवर में 36 रन खर्च कर एक विकेट हासिल किया था।