सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट में भारत 6 विकेट से हार गया। सुनील गावस्कर ने भारत के ऑस्ट्रेलिया से सीरीज 1-3 से हारने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को बरकरार रखने में विफल रहने पर अपनी निराशा व्यक्त की।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 3-1 से जीत ली और 2014-15 के बाद पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती। इस जीत से ऑस्ट्रेलियाई टीम जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई।
सुनील गावस्कर ने भड़ास निकाली
honestly speaking, if the trophy was named after me i’d have been pissed in a similar way
Credits: disney+ hotstar pic.twitter.com/hZemQiUP2G
— s (@_sectumsempra18) January 5, 2025
मैच के बाद एक प्रसारक से बात करते हुए गावस्कर और भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है।
जब एंकर ने पूछा कि श्रृंखला में हार के बाद भारत को सुधार के लिए क्या करना चाहिए, तो गावस्कर ने कहा-
“हम कौन हैं? हम क्रिकेट नहीं जानते। हम सिर्फ टीवी के लिए बोलते हैं और पैसे कमाते हैं, हमारी बात मत सुनो, हम कुछ भी नहीं हैं। एक कान से सुनो, दूसरे से निकाल दो।”
सुनील गावस्कर की ये बातें कुछ हद्द तक रोहित शर्मा के बयानों के जवाब जैसा लग रही है। रोहित शर्मा ने दरअसल सिडनी टेस्ट के दौरान दिए इंटरव्यू में अपने आलोचकों को बयान दिया था-
“कोई लैपटॉप लेकर, माइक पकड़कर या कुछ लिखकर ये नहीं कह सकता कि मुझे क्या करना है। समझदार आदमी हूं, परिपक्व हूं, दो बच्चे का बाप हूं तो मेरे पास थोड़ा सा दिमाग है कि मेरे को लाइफ में क्या चाहिए।
इसलिए गावस्कर की ये बातें एक तरफ से इंडियन टीम, कप्तान और कोच पर निशाना साधने की तरह हैं।
सुनील गावस्कर ने पहले भी भारतीय क्रिकेटरों की आलोचना की है
मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के तीसरे दिन गावस्कर ने ऋषभ पंत की गैरजिम्मेदाराना शॉट-चयन के लिए आलोचना की थी और उन्हें बेवकूफ कहा था।