भारतीय टीम के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है। क्रिकेट के इतिहास में सचिन तेंदुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने सभी फॉर्मेट को मिलाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जड़े हैं।
यही नहीं आज के समय के कई खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को अपने आदर्श मानते हैं। भारत के बल्लेबाज विराट कोहली भी सचिन तेंदुलकर को अपना आइडल मानते हैं। 19 दिसंबर 2010 को सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना 50वां टेस्ट शतक जड़ा था। इस उपलब्धि को हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर बने थे।
आज ही के दिन 2010 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना 50वां टेस्ट शतक जड़ा था
सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सचिन ने 241 गेंदों में 111* रनों की जबरदस्त पारी खेली थी और तमाम प्रशंसकों का दिल जीत लिया था। इस मैच में उन्होंने सिर्फ 50 टेस्ट शतक ही नहीं जड़े थे बल्कि अपने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर में उन्होंने 14,500 रनों का आंकड़ा भी पार किया था।
सचिन ने 50वां टेस्ट शतक बनाने के बाद इस उपलब्धि को अपने पिता दिवंगत रमेश तेंदुलकर को डेडिकेट किया था। मैच के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा था, “मेरे पिता का जन्मदिन कल था और मैं उनको सम्मानित करने के लिए कुछ करना चाहता था।” मैं अपने समर्थकों को धन्यवाद देना चाहता हूँ। मैं आगे भी शानदार प्रदर्शन करता रहूंगा और आप मुझे ऐसे ही सपोर्ट करते रहेंगे। मैं रिकॉर्ड के पीछे कभी नहीं भागा, इसलिए मैं बहुत खुश हूँ।’
सचिन तेंदुलकर की रिकॉर्डतोड़ पारी काम ना आई
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतने के बाद भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और 136 रन पर ढेर हो गई। टीम की ओर से सचिन ने 36 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने जवाब में अपनी पहली पारी को चार विकेट पर 620 रन बनाकर घोषित कर दिया। टीम की ओर से जैक कैलिस ने 201* रन बनाए।
हाशिम अमला और एबी डी विलियर्स ने भी शतक जड़े। जवाब में टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 459 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका ने मैच को एक पारी और 25 रन से जीता।