भारत ने पर्थ टेस्ट जीतकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का उत्कृष्ट आगाज किया है। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में 295 रनों से हराया। जसप्रीत बुमराह को शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। लेकिन उनके अलावा टीम की जीत में यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कंगारुओं के खिलाफ यशस्वी जायसवाल ने 161 रनों की शानदार पारी खेलकर अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक जड़ा। वह इस शतक के साथ सचिन तेंदुलकर के 14 साल पुराने रिकॉर्ड के और करीब आ गए हैं। यह एक कैलेंडर वर्ष में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। बतौर भारतीय, सचिन तेंदुलकर इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं।
यशस्वी जायसवाल ने 12 मैचों की 23 पारियों में 58.18 की औसत से 1280 रन बनाए हैं
2010 में सचिन ने 14 मैचों की 23 पारियों में 78.10 की औसत से 1562 रन बनाए थे। 2024 में, यशस्वी जायसवाल ने 12 मैचों की 23 पारियों में 58.18 की औसत से 1280 रन बनाए हैं। यशस्वी अब सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र 283 रन दूर हैं, लेकिन उन्हें यह रन अगले तीन मैचों में ही बनाने होंगे, और उनकी अच्छी फॉर्म से वह इस रिकॉर्ड को आसानी से तोड़ सकते हैं।
जब बात विश्व क्रिकेट की आती है, तो 2006 में पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ ने 99.33 की औसत से टेस्ट में एक कैलेंडर्स ईयर में सबसे ज्यादा 1788 रन बनाए थे। विव रिचर्ड्स 1710 रनों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि जो रूट 1708 रनों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। इस साल यशस्वी जायसवाल के लिए ये रिकॉर्ड तोड़ना असंभव लग रहा है।
टेस्ट में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय
सचिन तेंदुलकर- 1562 (2010)
वीरेंद्र सहवाग- 1462 (2008)
वीरेंद्र सहवाग- 1422 (2010)
सुनील गावस्कर- 1407 (1979)
सचिन तेंदुलकर- 1392 (2002)