पूर्व भारतीय कप्तान और रन मशीन के नाम से प्रसिद्ध विराट कोहली भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बाॅर्डर-गावस्कर ट्राफी में अपने पुराने अंदाज में लौट आए हैं। पर्थ टेस्ट मैच की पहली पारी में कोहली ने सिर्फ 5 रनों पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी की। कोहली ने मुकाबले में टेस्ट करियर का 30वां और ओवरऑल 81वां शतक लगाया।
हालाँकि, इस सीरीज के पहले मैच में रन बनाने से पहले कोहली ने पिछले कुछ समय तक रेड बाॅल क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया था। याद रखें कि बीजीटी से पहले, न्यूजीलैंड ने भारत को घरेलू टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराया था, जिसमें कोहली उस सीरीज में सिर्फ 93 रन बना पाए थे।
दूसरी ओर, विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। गावस्कर ने कोहली की तुलना महान टेनिस खिलाड़ियों जैसे रोजर फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच से करते हुए कहा कि जब कोई खिताब नहीं जीतते, लोगों को लगता है कि आउट ऑफ फार्म हैं।
विराट कोहली को लेकर सुनील गावस्कर ने बड़ा बयान दिया
गावस्कर ने न्यूज 18 के हवाले से कोहली को लेकर कहा- “यह ऐसा है जैसे मैंने कमेंट्री में कहा था कि रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल खिताब विजेता हैं।” यदि वे सेमीफाइनल में हार जाते हैं, तो लोगों को लगता है कि वे फॉर्म में नहीं हैं। इसके बावजूद, अगर कोई और सेमीफाइनल में पहुंचेगा, तो आपको लगेगा कि यह शानदार प्रदर्शन था।
गावस्कर ने कहा कि विराट कोहली भी इसी तरह है, क्योंकि हर कोई उनके इतने सारे शतक बनाने का आदी है। जब वह 100 रन नहीं बनाते, भले ही 70-80 रन बना रहा हो, लोगों को लगता है कि वह रन नहीं बना रहा है। यही कारण है कि प्रशंसक ऐसी भावना रखते हैं। लेकिन भारतीय फैंस, वे लालची फैंस है। वे चाहते हैं कि उनके पसंदीदा क्रिकेट खिलाड़ी शतक लगाए।