हाल ही में रोहित शर्मा एंड कंपनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में करारी शिकस्त खाई है। बेंगलुरु और पुणे के बाद मेजबान टीम मुंबई टेस्ट में हार गई। भारतीय टीम इस तरह चौबीस साल बाद अपने घर पर क्लीन स्वीप हुई। अब बीसीसीआई घरेलू सीरीज में खराब प्रदर्शन पर टीम इंडिया के हेड कोच से पूछताछ करेगी।
गौतम गंभीर की नियुक्ति के बाद, बीसीसीआई ने उनकी सभी मांगों पर सहमति दी। गंभीर की पसंद के अनुसार, बोर्ड ने अभिषेक नायर, मोर्ने मोर्कल और रयान टेन डोशेट सहित सभी सहयोगी कर्मचारियों को शामिल किया। बेंगलुरु और पुणे में हार के बाद बीसीसीआई मुंबई में टर्निंग पिच की डिमांड के बारे में भी पूछ सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को एक सूत्र ने बताया कि बोर्ड में कुछ लोग टर्निंग पिच पर जाने के फैसले से हैरान थे। गौतम गंभीर के नेतृत्व में नए सहयोगी स्टाफ से टीम को आगे ले जाने के उनके विजन के बारे में भी पूछा जाएगा।
बीसीसीआई अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर सकता है
सूत्र ने कहा कि बीसीसीआई ने अब तक गंभीर की हर मांग पर सहमति व्यक्त की। NCA के कार्यक्रम के माध्यम से तैयार किए गए कोचों को बढ़ावा देने की BCCI की नीति के बावजूद उन्हें उनकी पसंद का सहायक स्टाफ दिया गया है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम चुनने के लिए सेलेक्शन मीटिंग में भी भाग लेने की अनुमति दी गई है। बोर्ड अपने निर्णय पर दोबारा विचार कर सकता है और गंभीर से रोडमैप मांग सकता है।
माना जाता है कि कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच गौतम गंभीर और चयनकर्ता अजीत अगरकर भी इस समीक्षा बैठक में उपस्थित होंगे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के साथ भारतीय टीम पर हालिया प्रदर्शन के कारण काफी दबाव होगा।