ऑस्ट्रेलिया A के खिलाफ दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट से ठीक पहले भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने एक चौंकाने वाला निर्णय लिया। उन्होंने न सिर्फ इंडिया A की कप्तानी छोड़ी, बल्कि टीम से भी खुद को अलग कर लिया। यह मैच लखनऊ में होना था और सबको उम्मीद थी कि अय्यर टीम का नेतृत्व करेंगे. हालांकि, मैच शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने यह निर्णय लिया।
श्रेयस अय्यर ने एक चौंकाने वाला निर्णय लिया
सूत्रों के अनुसार, श्रेयस अय्यर ने इसे व्यक्तिगत कारण बताया है। वे चयनकर्ताओं को सूचना देकर मुंबई लौट गए। विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने उनकी गैरमौजूदगी में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली। अब अचानक उन्हें टीम की कमान संभालनी पड़ी, जबकि वे पहले मैच में उपकप्तान थे।
श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन पहले अनाधिकारिक टेस्ट में कुछ खास नहीं था। पहली पारी में उन्होंने 8 रन और दूसरी पारी में 13 रन बनाए। इसलिए उनकी फॉर्म पर सवाल उठे थे। उन्हें एशिया कप 2025 की टीम में भी जगह नहीं मिली और लगातार ऐसा लग रहा है कि वह चयनकर्ताओं की पहली पसंद नहीं रहे।
लेकिन श्रेयस अय्यर के नाम पर फिर से विचार हो सकता है वेस्टइंडीज के खिलाफ आने वाली टेस्ट सीरीज में। लेकिन उनके इस अचानक फैसले ने कई तरह की चर्चाओं को जन्म दिया है। क्रिकेट प्रशंसकों और विश्लेषकों का मानना है कि जब किसी खिलाड़ी को कम मौके मिलते हैं, तो उनका टीम से इस तरह हट जाना सही संदेश नहीं देता।
इंडिया A और ऑस्ट्रेलिया A के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था, जिसमें दोनों टीमों ने 500 से अधिक रन बनाए थे। उस मैच में भी अय्यर से बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। अब देखना होगा कि वह कब और कैसे वापसी करते हैं।
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि भारत के मध्यक्रम में जगह बनाने की दौड़ कितनी कठिन हो चुकी है और अनुभवी खिलाड़ियों को अपनी जगह पक्की करने के लिए लगातार प्रदर्शन करना पड़ रहा है।