भारतीय महिला क्रिकेट टीम को हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम T20I मुकाबले में आखिरी गेंद पर हार का सामना करना पड़ा। भारत ने इसके बावजूद 3-2 से सीरीज जीती और इंग्लैंड में पहली बार दो से अधिक मैचों की T20I सीरीज जीतने का इतिहास रचा। भारत ने पिछला मैच जीतकर सीरीज में बड़ी बढ़त बना ली थी, इसलिए इस हार से उनका विजय अभियान प्रभावित नहीं हुआ।
शेफाली वर्मा ने शानदार पारी खेली, लेकिन जीत नहीं दिला सकी
भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की। स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स पहली 15 गेंदों में ही पवेलियन लौट गईं। लेकिन शेफाली वर्मा ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को जमकर धुनाई की। शेफाली वर्मा ने 41 गेंदों पर 13 चौकों और 1 छक्के की मदद से 75 रनों की शानदार पारी खेली। अन्य भारतीय बल्लेबाजों में से कोई भी 25 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सका। 20 ओवर में भारत ने 7 विकेट खोकर 167 रन बनाए।
इंग्लैंड की टीम ने 168 रनों का लक्ष्य पीछा करने उतरी, जिसमें सोफिया डंकले (46) और डेनिएल व्याट-हॉज (56) ने शानदार शुरुआत की। इंग्लैंड को पहले विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी से मजबूत बनाया। इंग्लैंड ने पहले 10 ओवर में खेल पर पकड़ बना ली, लेकिन ओपनिंग जोड़ी टूटने के बाद भारत ने वापसी की कोशिश की और इंग्लिश बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दिया। लेकिन आखिरी गेंद पर इंग्लैंड ने 168 रनों का लक्ष्य हासिल कर रोमांचक जीत हासिल की।
अब स्मृति मंधाना के नाम इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ एक द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में उन्होंने कुल 221 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी ने इससे पहले ये रिकॉर्ड हासिल किया था, उन्होंने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की T20I सीरीज में 217 रन बनाए थे। इस रिकॉर्ड को अब स्मृति मंधाना ने तोड़ दिया है।