न्यूजीलैंड ने भारत को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में 8 विकेट से करारी शिकस्त दी है। मेहमान टीम ने 27.4 ओवरों में दो विकेट खोकर 107 रनों का लक्ष्य हासिल किया। पहली पारी में टीम इंडिया को सिर्फ 46 रनों पर समेटने के बाद कीवी टीम ने 402 रन बनाकर विशाल बढ़त हासिल की।
दूसरी पारी में मेजबान टीम ने अच्छा खेल दिखाया और 462 रन बनाए। बाद में, न्यूजीलैंड ने भारत को घरेलू मैदान पर हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की है। न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ शानदार जीत के बाद ये तीन महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाए हैं।
1. 21वीं शताब्दी में न्यूजीलैंड ने भारत में अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की
न्यूजीलैंड ने 21वीं सदी में भारत में भारत के खिलाफ पहली टेस्ट जीत दर्ज की है, बेंगलुरु में पांच दिन की ऐतिहासिक जीत के बाद। 1988 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कीवी टीम ने भारत को आखिरी बार हराया था। ब्लैक कैप्स ने भारत में 1969 में अपनी एकमात्र जीत हासिल की थी, और 1988 के बाद से वे भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट नहीं जीत सके।
2. भारत में टीम इंडिया के खिलाफ किसी मेहमान टीम की संयुक्त चौथी सबसे बड़ी बढ़त
पहले टेस्ट में न्यूज़ीलैंड टीम ने शुरुआत से ही दबाव बनाए रखा और अंत तक उसे बरकरार रखा। पहली पारी में कीवी गेंदबाजों ने सिर्फ 46 रनों पर ढेर कर दिया। गेंदबाजों के बाद बल्लेबाजों ने भी अच्छा खेल दिखाया। उन्होंने 402 रन बनाए और 356 रनों की बड़ी बढ़त बनाई।
इसके साथ ही उन्होंने भारत में भारत के खिलाफ किसी मेहमान टीम द्वारा संयुक्त रूप से चौथी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। 1948 में भारत के खिलाफ कोलकाता में वेस्टइंडीज ने सबसे अधिक 490 रनों की बढ़त हासिल की थी।
3. 24 साल बाद भारत में 100+ स्कोर का पीछा करने वाली मेहमान टीम
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 356 रनों की बढ़त हासिल करके भारत की दूसरी पारी को 462 रनों पर रोका। इससे कीवी टीम ने 107 रनों का लक्ष्य हासिल किया। विल यंग (48*) और रचिन रवींद्र (39*) ने टीम को जीत दिलाई, टॉम लैथम और डेवोन कॉनवे के शुरुआती दो विकेट खोने के बाद।
24 साल में यह पहला मौका है जब किसी मेहमान टीम ने भारत में भारत के खिलाफ 100 या उससे अधिक रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया। पिछली बार 2000 में ऐसा हुआ था, जब साउथ अफ्रीका ने वानखेड़े स्टेडियम में 164 रनों का लक्ष्य हासिल किया था।