भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। न्यूजीलैंड ने इस मैच में टीम इंडिया को आठ विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत से कीवी टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की है। मैच के पांचवें दिन बारिश होने के कारण खेल देर से शुरू हुआ, लेकिन इसके बाद मौसम का मेहमान टीम को साथ मिला। अंततः उन्होंने अपना लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो बिल्कुल गलत साबित हुआ। पहले बैटिंग करते हुए भारत की टीम सिर्फ 46 रन बनाकर आउट हो गई, फिर न्यूजीलैंड ने 402 रन बनाकर 356 रन की बढ़त हासिल की। भारत ने दूसरी पारी में 462 रन बनाकर, सरफराज खान (150) के पहले टेस्ट शतक और ऋषभ पंत के 99 रनों के बूते न्यूजीलैंड को आसान लक्ष्य दिया।
न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने टेस्ट मैच के आखिरी दिन आसानी से जीत हासिल की
मैच के चौथे दिन खराब रोशनी के कारण खेल को जल्दी खत्म कर दिया गया। खेल पांचवें दिन भी देरी से शुरू हुआ। दिन की दूसरी ही गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने कीवी टीम के कप्तान टॉम लैथम को LBW आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। किंतु कॉनवे और विल यंग ने अपनी टीम को इस मुसीबत से बाहर निकाला।
इन दोनों बैट्समैन को भी भारतीय गेंदबाजों ने बहुत परेशान किया, लेकिन बाद में कीवी बल्लेबाज आसानी से रन बनाते हुए दिखे। इन दोनों के बीच हुई महज 35 रनों की साझेदारी की वजह से न्यूजीलैंड मैच में वापस आ गया। बुमराह ने कॉनवे को आउट कर भारत की उम्मीदें जगाईं, लेकिन यंग को फिर रविंद्र का साथ मिला और दोनों ने मिलकर भारत की हार निर्धारित कर दी।
इसी के साथ न्यूजीलैंड ने 36 साल बाद भारत में कोई टेस्ट मैच जीता। 1988-89 में खेली गई सीरीज में कीवी टीम ने भारत को टेस्ट में हराया था। रवींद्र ने 39 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं विल यंग ने 47 रन बनाकर नाबाद रहे। 24 अक्टूबर से दोनों टीमों के बीच पुणे में सीरीज का दूसरा टेस्ट खेला जाएगा।