एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब जीता था जिसमें धवन ने टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उस टूर्नामेंट में रोहित और धवन ने भारत के लिए पारी का आगाज किया और कुछ यादगार पार्टनरशिप की थी।
इसी बीच रोहित के साथ पहली बार पारी की शुरुआत करने और फिर 10 साल तक साथ खेलने के दिनों को याद करते हुए धवन ने कहा कि कप्तान धोनी ने यह निर्णय लिया था। किस्मत ने साथ दिया और यह जोड़ी भारत की अब तक की सबसे सफल सफेद गेंद की सलामी जोड़ियों में से एक बन गई।
शिखर धवन ने रोहित के साथ ओपनिंग करने को लेकर बड़ा बयान दिया
“ओपनिंग जोड़ी का फैसला मैच से आधे दिन पहले लिया गया था,” धवन ने स्टार स्पोर्ट्स और जियो हॉटस्टार पर “द शिखर धवन एक्सपीरियंस” में कहा। मैं भी उस समय नया था। मैं वापस आया था और अअच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत थी। लेकिन एमएस धोनी ने निर्णय लिया और रोहित को ओपनिंग करने को कहा। इसलिए मैंने इसके बारे में बहुत कुछ नहीं सोचा।
मुझे लगा कि अगर रोहित ओपनिंग करते हैं तो हम साथ में बल्लेबाजी का लुत्फ उठाएंगे। हमने पहले खेल में अच्छी शुरुआत की। हम बिना विकेट खोए 100 रन पर थे। 10वें ओवर में गेंद सीम कर रही थी इसलिए हमने 30 से 35 रन नहीं बनाए। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारी जोड़ी इतनी बड़ी होगी और दस साल तक हम साथ खेलेंगे।”
सलामी जोड़ीदार रोहित के साथ उनकी दोस्ती के बारे में पूछे जाने पर धवन ने कहा कि दोनों ने शुरू से ही अच्छी बल्लेबाजी की और एक दूसरे का खेल अच्छी तरह समझते हैं। “हम एक दूसरे पर भरोसा करते हैं और हमारी समझ और कम्युनिकेशन बहुत अच्छी थी।” हमारा रिश्ता, चाहे मैदान में हो या बाहर, समान है। हम साथ खेलते हैं और कई सीरीज जीतने के बाद एक पार्टी करते हैं। हम एक दल के रूप में खेले हैं। वह पूरी जर्नी और भारत में खेलने से पहले भी मैं अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेला था, जब रोहित 16-17 साल का था। तब से हम दोस्त हैं और एक साथ हैं।”
धवन ने रोहित की कप्तानी पर भी अपने विचार साझा किए और दबाव से निपटने की उनकी क्षमता की सराहना की। उन्होंने अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने और उन्हें एकजुट रखने की उनकी क्षमता की भी सराहना की।